रांची, 18 जून . झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत नावा बाजार अंचल के अंचलाधिकारी (सीओ) शैलेश कुमार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने बुधवार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
वह जमीन के नामांतरण (म्यूटेशन) के लिए एक रैयत से अपने कार्यालय में 30 हजार रुपए ले रहे थे, तभी एसीबी की टीम ने अपनी योजना के अनुसार उन्हें पकड़ लिया.
इस कार्रवाई से प्रखंड सह अंचल कार्यालय में हड़कंप मच गया. बताया गया कि एक रैयत ने जमीन के म्यूटेशन के लिए आवेदन किया था. अंचल कार्यालय में उसे लंबे समय से लगातार दौड़ाया जा रहा था. उसने इसे लेकर सीओ शैलेश कुमार से मुलाकात की तो उन्होंने रिश्वत की मांग रखी थी.
रैयत ने पैसे के इंतजाम के लिए मोहलत मांगी और इस बीच एसीबी में शिकायत दर्ज कराई. एसीबी ने जांच में शिकायत को सही पाया. इसके बाद जांच एजेंसी ने ट्रैप की रणनीति बनाई.
बुधवार को रैयत ने कार्यालय में पहुंचकर उन्हें जैसे ही रिश्वत की रकम दी, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. रिश्वत की रकम भी जब्त कर ली गई है.
गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की जा रही है. उन्हें अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा.
इसके पहले 5 जून को एसीबी ने रांची में ग्रामीण विकास विभाग के कार्यपालक अभियंता सनोथ सोरेन को 60 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. कार्यपालक अभियंता बिल रिलीज करने के नाम पर रिश्वत मांग रहे थे. गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने उनके आवास पर छापेमारी कर लगभग 17 लाख रुपए बरामद किए थे.
पिछले 50 दिनों के अंदर झारखंड में एसीबी और सीबीआई ने रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के मामलों में 20 से अधिक सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. इनमें दो आईएएस भी शामिल हैं.
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एसएनसी/एबीएम