‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर बोले जीतन राम मांझी, तुष्‍टिकरण की राजनीति कर रहा विपक्ष

पटना, 16 अगस्‍त . बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान का विरोध हो रहा है. इसे लेकर Lok Sabha के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकलेगी. ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने विपक्षी दलों पर हमला बोला.

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पत्थर पर सिर मारने से क्या होगा? सिर फट जाएगा, ये लोग यही कर रहे हैं. तालाब में अगर पानी ज्‍यादा दिनों तक एकत्र हो जाए तो गंदा हो जाता है. अगर कोई मर गया या प्रदेश छोड़ दिया तो नई सूची बनाना जरूरी होता है. यह सबके हित में है. लोगों के गलत नाम का फायदा लेने वाले ही चुनाव आयोग की एसआईआर प्रक्रिया के खिलाफ हैं. पीएम मोदी ने लाल किले से संबोधन में कहा कि देश की सीमाओं पर बाहर के लोग आकर बेटी और बहुओं का हक मार रहे हैं, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे, इसलिए एसआईआर बहुत जरूरी है. इस मामले पर विपक्ष के लोग तुष्‍टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. यह भारत देश में नहीं चलने वाला है.

उन्‍होंने लोजपा (रामविलास) प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को लेकर कहा कि वह बड़े आदमी हैं. उनको एक ही सलाह देना चाहता हूं कि वो एनडीए में रहकर अपना भविष्य देखें, वरना गर्दिश में पड़ जाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘खून और पानी साथ नहीं बहेगा’ वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि यह बिल्कुल सही है. जब दोस्ती थी तो हमने उन्हें पानी दिया, लेकिन अब जब वे इसे अलग तरह से देखते हैं, तो हम उन्हें पानी क्यों दें. यह हर भारतवासी को सोचना चाहिए.

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