कांग्रेस के रोजगार मेले पर जदयू प्रवक्ता नीरज बोले, ‘बंद कीजिए मातम की बांसुरी बजाना’

Patna, 19 जुलाई . जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने बिहार की राजधानी Patna में कांग्रेस की तरफ से आयोजित किए गए रोजगार मेले पर सवाल उठाए.

समाचार एजेंसी से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को रोजगार मेला आयोजित करने की इतनी ही तलब लगी है, तो मेहरबानी करके उन संयंत्रों को फिर से शुरू कराए जो पर्याप्त निवेश के अभाव में बंद हो गए. अगर कांग्रेस ने केंद्र की सत्ता में रहते हुए इन संयंत्रों में निवेश किए होते, तो निश्चित तौर पर आज की तारीख में बड़ी संख्या में लोगों को इससे रोजगार मिल रहा होता.

जदयू प्रवक्ता ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आप लोग रोजगार मेला बंद करिए और उन संयंत्रों पर जाकर मातम की बांसुरी बजाना शुरू कीजिए, जो पर्याप्त निवेश के अभाव में बंद हो चुके हैं. अगर आप लोगों को रोजगार देने की इतनी ही चिंता हो रही है, तो जाकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से यह सवाल कीजिए कि उनके पास Patna में जमीन कहां से आई? आज की तारीख में राजद के पास 156 करोड़ का एक बंगला दिल्ली में है. मुजफ्फरपुर में 23-24 बीघा जमीन है.

उन्होंने कहा कि आज की तारीख में Chief Minister नीतीश कुमार बिहार में विकास से संबंधित कई काम करवा रहे हैं. सभी को नौकरी दे रहे हैं. यहां तक कि हमने लालू प्रसाद यादव के पुत्रवधू को भी हमने नौकरी दी, वो भी जमीन लिए बगैर! हमारी Government यह सुनिश्चित कर रही है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति रोजगार से वंचित नहीं रहे. अब तक हमारी Government ने रोजगार देने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.

वहीं, Prime Minister मोदी के मोतिहारी दौरे पर विपक्ष की तरफ से सवाल उठाए जाने पर कहा, “सवाल उठाना विपक्ष का काम है. लेकिन, हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि राजनीति शर्मसार नहीं हो. अगर आपको राघवपुर भी जाना होगा, तो आपको केंद्र और राज्य के बनाए पुल से जाना होगा. राज्य में घर-घर बिजली पहुंचा दी गई है, ये आपको दिखाई नहीं दे रहा है. इसके अलावा, बिना जमीन लिए नौकरी मिल रही है. लेकिन, आपको यह दिखाई नहीं दे रहा है.”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रॉबर्ट वाड्रा को लेकर दिए बयान पर कहा, “इस पर जदयू नेता ने कहा कि अगर कोई परेशान कर रहा है, तो इस देश में कोर्ट है, इसलिए आप लोग मूल मुद्दे पर आइए कि आपको कहना क्या है? अगर कोई अपराधी है और Police उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी, तो ऐसी स्थिति में अगर अपराधी कहे कि मुझे परेशान किया जा रहा है, तो यह हास्यास्पद ही लगेगा. अब अपराधी के खिलाफ Police कार्रवाई तो करेगी ही. अब रॉबर्ट वाड्रा का मामला कोर्ट में विचाराधीन है. ऐसी स्थिति में राहुल गांधी को सक्षम जांच एजेंसी के साथ खड़ा होना चाहिए था, ना की आरोपी के साथ.”

वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान कि आरएसएस और सीपीएम में भावनाओं की कमी है, इस पर जदयू प्रवक्ता ने कहा कि केरल में राहुल गांधी ने यह बयान दिया है. यह गंभीर सवाल है कि इंडी गठबंधन के घटक दल सीपीएम को बिहार में कोई जगह नहीं दी. सीपीएम के नेतृत्व में केरल में Government है और आप उसकी आलोचना कर रहे हैं. आरएसएस की आलोचना तो समझ में आती है, लेकिन अगर सीपीएम जैसे दलों को भी अगर कांग्रेस सेक्युलरिज्म का सर्टिफिकेट देना चाहती है, तो ऐसे इंडी गठबंधन की जय हो.

एसएचके/केआर