जौनपुर, 21 दिसंबर . जौनपुर में नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के मुल्ला टोला में स्थित कब्रिस्तान में शिवलिंग को लेकर अचानक मामला गरमा गया है. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में शिवलिंग पर विधिवत पूजा पाठ हुई. इस दौरान भारी संख्या में लोग इकठ्ठा हो गए. मौजूदा स्थिति को देखते हुए शिवलिंग के पास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
स्थानीय निवासी रतन मौर्या ने बताया कि यहां सदियों पहले एक पीपल का पेड़ हुआ करता था. वहीं पर राधा कृष्ण और गणेश जी की मूर्ति थी. हमारे परिवार के लोगों द्वारा पूजा पाठ किया जाता था. पीपल का पेड़ सूखने के बाद गिरा, इसके बाद यहां बड़ा शिवलिंग नजर आया. रतन मौर्या ने बताया कि शुक्रवार शाम को हम लोग थाने गए थे. क्योंकि कब्रिस्तान में आने वाले लोग शिवलिंग को खंडित कर देते हैं, जिसकी सुरक्षा को लेकर हम शिवलिंग के चारो तरफ दीवार बनाना चाहते हैं, जिससे मूर्ति सुतक्षित रहें. शिवलिंग को देखकर लगता है ये लगभग एक हजार साल पुराना हो सकता है. कब्रिस्तान नया बनाया हो सकता है. पीपल का पेड़ जब छोटा होगा, तब शिवलिंग की स्थापना की गई होगी. जब यह पेड़ बड़ा हुआ तो शिवलिंग इसमें छिप गया. पेड़ के गिरने के बाद ये मूर्ति सामने आई है. हम चाहते हैं यहां मूर्ति है तो मंदिर बनना चाहिए.
वहीं स्थानीय निवासी पूर्व सभासद फैसल यासीन ने बताया कि यह बिल्कुल गलत है कि कब्रिस्तान में शिवलिंग मिला है. कब्रिस्तान में शिवलिंग कई वर्षों से है. 2006 से यहां पूजा होती आ रही है. मुस्लिम लोग कब्रिस्तान में मुर्दों को दफनाते हैं. साल 2006 में डीएम के सामने दोनों समुदाय के लोगों ने आपसी समझौता भी किया था. जिसमें कहा है कि आप पूजा कीजिए और जो हम कर रहे हैं वो हम करते रहेंगे. यहां केवल त्योहारों पर पूजा पाठ की जाती है. यहां हिंदुओं के बहुत कम घर हैं. हम सभी भाईचारे के साथ रहते हैं. एक दूसरे के शादी समारोह में भी शिरकत करते हैं.
एसपी सिटी अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल मुल्ला टोला में शिवलिंग के क्षतिग्रस्त होने की खबर भ्रामक है. वहां सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
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