सिडनी, 15 जनवरी . ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को मच्छरों से बचने की सलाह दी है. राज्य के उत्तरी हिस्से में मच्छरों में जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस (जेईवी) पाया गया है. यह खतरनाक वायरस मच्छरों के काटने से फैलता है और दिमाग को संक्रमित कर सकता है.
ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य विक्टोरिया में स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कहा कि उनके शुरुआती चेतावनी कार्यक्रम ने राज्य के उत्तर में मच्छरों में जेईवी का पता लगाया है. यह गर्मियों के मौसम में पहली बार इस वायरस की पहचान हुई है.
पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वे मच्छरों के काटने से बचने के लिए सतर्क रहें.
जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस एक फ्लेवीवायरस है, जो डेंगू और येलो फीवर से संबंधित है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, इस वायरस से संक्रमित 250 में से एक व्यक्ति को गंभीर बीमारी हो सकती है. जिनमें लक्षण दिखाई देते हैं, उनमें से 30% मामलों में मौत हो सकती है.
विक्टोरिया के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, तरुण वीरामंथरी ने बताया कि यह वायरस दुर्लभ लेकिन गंभीर दिमागी संक्रमण का कारण बन सकता है. उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे मच्छर भगाने वाले स्प्रे का इस्तेमाल करें और मच्छरों के ज्यादा होने वाले समय में बाहर जाने से बचें.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, विक्टोरिया सरकार ने राज्य के 24 उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए मुफ्त जेईवी टीके उपलब्ध कराए हैं.
दिसंबर में भी स्वास्थ्य विभाग ने एक इंसान में जेईवी का मामला मिलने के बाद हाई-रिस्क अलर्ट जारी किया था.
विक्टोरिया के कार्यवाहक मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी क्रिश्चियन मैकग्रा ने चेतावनी जारी करते हुए कहा, “मच्छर जनित रोगों का खतरा अगले कुछ हफ्तों में अधिक रह सकता है. संक्रमण से बचाव के लिए मच्छरों के काटने से बचने के उपाय करना बेहद जरूरी है.”
वर्तमान में, मेलबर्न से 200 किमी उत्तर के एक शहर में एक व्यक्ति की हालत इसी बीमारी के कारण गंभीर बनी हुई है.
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