नई दिल्ली, 7 जनवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज ऐलान कर दिया है. उससे पहले ही दिल्ली विधानसभा की कई सीटें ऐसी हैं, जहां मुकाबला काफी रोमांचक हो गया है. उन्हीं में से एक है दिल्ली की जंगपुरा विधानसभा सीट. यहां से आम आदमी पार्टी ने पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने सिख नेता तरविंदर सिंह को टिकट दिया है और कांग्रेस ने फरहाद सूरी पर दांव लगाया है. जिससे यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. आइये जानते हैं जंगपुरा विधानसभा सीट के समीकरण के बारे में. ए-आप, बी-बीजेपी या सी-कांग्रेस, किसका पलड़ा भारी होगा इसका संकेत पिछले चुनाव के आंकड़े देते हैं.
दरअसल, जंगपुरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से एक है. जंगपुरा विधानसभा, दक्षिण पूर्वी दिल्ली (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) का एक हिस्सा है. यह दक्षिणी दिल्ली जिले का एक पॉश इलाका है, जो जंगपुरा, जंगपुरा एक्सटेंशन, जंगपुरा ए और जंगपुरा बी में बंटा हुआ है.
साल 1993 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार ने जंगपुरा सीट से जीत दर्ज की थी. इसके बाद 1993 से 2008 तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा. हालांकि, 2013 में यहां सत्ता परिवर्तन हुआ और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने जीत हासिल की. वर्तमान में यह सीट आम आदमी पार्टी के पास है.
2020 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो उस दौरान आम आदमी पार्टी को जंगपुरा सीट पर 45,086 वोट मिले थे, उसका वोट प्रतिशत 50.88 था. इसके अलावा भाजपा को 28,995 वोट और मत प्रतिशत 32.77 था, जबकि कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी और उसे 13,548 वोट मिले थे. कांग्रेस का वोट प्रतिशत 15.29 फीसदी था.
जंगपुरा विधानसभा सीट की गिनती इस बार हॉट सीट में हो रही है. यहां से दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया मैदान में हैं, जो वर्तमान में पड़पड़गंज सीट से विधायक हैं. इस लड़ाई को और भी रोमांचक कांग्रेस और बीजेपी ने बना दिया है. बीजेपी ने तरविंदर सिंह और कांग्रेस ने फरहाद सूरी को यहां से टिकट दिया है.
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एफएम/केआर