New Delhi, 9 सितंबर . नेपाल में जारी जेन जी आंदोलन के चलते हुई हिंसक घटनाओं और जान-माल के नुकसान के बाद अब इसका असर पड़ोसी भारत में भी देखने को मिल रहा है. इसी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने मंडी हाउस स्थित नेपाल एंबेसी के बाहर एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है.
दिल्ली पुलिस को इनपुट मिला था कि कुछ लोग नेपाल एंबेसी के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर सकते हैं. इसे देखते हुए मंडी हाउस स्थित नेपाल दूतावास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. हालांकि, अभी तक किसी प्रदर्शन की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पुलिस द्वारा तैनाती बरकरार रखी गई है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल वहां शांति है, लेकिन हालात को देखते हुए सुरक्षा बलों को तैनात रखा गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके.
इधर, काठमांडू से जारी नोटिस में नेपाली सेना ने ‘जेन जी आंदोलन’ के घटनाक्रम को लेकर गहरी चिंता जताई है. सेना की तरफ से जारी जनसंपर्क एवं सूचना निदेशालय, सैन्य मुख्यालय, काठमांडू की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि सेना देश की स्वतंत्रता, संप्रभुता, भौगोलिक अखंडता और राष्ट्रीय एकता की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
प्रेस विज्ञप्ति में आंदोलन के दौरान हुई जान-माल की क्षति पर गहरा शोक व्यक्त किया गया है.
नेपाली सेना ने जनता, खासकर युवाओं, से संयम बरतने और सामाजिक समरसता बनाए रखने की अपील की है. हम सभी नागरिकों से अनुरोध करते हैं कि वे राष्ट्रीय एकता को प्राथमिकता दें और ऐसी कोई गतिविधि न करें जिससे देश में हालात और जटिल हो जाएं.”
सेना से संपर्क करने के लिए प्रेस विज्ञप्ति में दिए गए माध्यमों का उपयोग कर सकता है.
गौरतलब है कि 4 सितंबर को नेपाल सरकार ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, व्हाट्सऐप सहित 26 social media प्लेटफॉर्मों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था.
इन social media कंपनियों ने संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में तय समय-सीमा के भीतर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था. मंत्रालय की ओर से social media कंपनियों को 28 अगस्त से सात दिनों तक का समय दिया गया था, लेकिन समय-सीमा खत्म हो जाने के बावजूद कंपनियों ने आवेदन जमा नहीं किया.
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वीकेयू/एएस