जम्मू-कश्मीर की राजनीति में समय-समय पर बदलाव होते रहे हैं, लेकिन जम्मू और उसके लोगों की समस्याएं अक्सर नजरअंदाज की जाती रही हैं. अब, बीजेपी के मैनिफेस्टो के साथ, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तैयार किया गया है, जम्मू के लोगों को नई उम्मीदें दिखाई दे रही हैं. इस मैनिफेस्टो में गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल की गई हैं, जो जम्मू के विकास में मददगार साबित हो सकती हैं.
बीजेपी के घोषणापत्र में किए गए वादों से जम्मू के विभिन्न समुदायों, खासकर हिंदू समुदाय ने खुशी व्यक्त की है. लोगों का मानना है कि लंबे समय से उनकी अनदेखी की जा रही थी, लेकिन अब बीजेपी से उन्हें उम्मीदें हैं कि उनके बेहतर दिन आ गए हैं. आइए देखें कि जम्मू के लोग इन वादों को किस तरह से देखते हैं और ये उनके जीवन को कैसे प्रभावित कर सकते हैं.
महिलाओं और बुजुर्गों के लिए योजनाएँ
आरएस पुरा की 55 वर्षीय गृहिणी, रेखा देवी कहती हैं, “बीजेपी ने बुजुर्ग महिलाओं के लिए 18,000 रुपये की वित्तीय सहायता की योजना बनाई है. इससे हमें राहत मिली है, क्योंकि पहले की सरकारों ने हमारी जरूरतों पर ध्यान नहीं दिया.”
बीजेपी के मैनिफेस्टो के अनुसार, हर घर की सबसे वरिष्ठ महिला को ‘माँ सम्मान योजना’ के तहत सालाना ₹18,000 की वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे बुजुर्ग महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी.
उधमपुर की 62 वर्षीय सुशीला देवी ने भी इस योजना की सराहना की. उनका कहना है, “पहले हमें कोई सरकारी लाभ नहीं मिला था, लेकिन अब हमें भरोसा है कि हमारी ज़रूरतें पूरी होंगी.”
युवाओं की उम्मीदें: शिक्षा और रोजगार के अवसर
भद्रवाह के समीर शर्मा, जो यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, कहते हैं, “बीजेपी ने वादा किया है कि वे कोचिंग फीस की भरपाई करेंगे और छात्रों को लैपटॉप देंगे. यह वास्तव में एक बड़ा बदलाव है. पहले हमारे जैसे छात्रों के लिए कोई ठोस योजना नहीं थी, लेकिन अब हम अपने भविष्य के प्रति आश्वस्त हैं.”
बीजेपी के घोषणापत्र में भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाकर छात्रों को कोचिंग फीस और यात्रा भत्ता देने का वादा किया गया है.
कठुआ की कॉलेज छात्रा, प्रिया भी इस योजना से खुश हैं. “प्रगति शिक्षा योजना के तहत हमें यात्रा भत्ता मिलेगा, जिससे हमारी पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आएगी.”