जम्मू, 8 अगस्त . Prime Minister Narendra Modi 10 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को एक और बड़ी सौगात देने जा रहे हैं. इस दिन वह माता वैष्णो देवी कटरा से अमृतसर के बीच चलने वाली पांचवीं वंदे India Express Train को वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
जम्मू डिवीजन के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उचित सिंघल ने को बताया कि यह ट्रेन जम्मू-कश्मीर और पंजाब के बीच कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगी, जिससे धार्मिक पर्यटन को विशेष बढ़ावा मिलेगा. यह नई वंदे India ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलेगी और इसका उद्घाटन 10 अगस्त को होगा, जब Prime Minister मोदी इसे वर्चुअली हरी झंडी दिखाएंगे. नियमित संचालन 11 अगस्त से शुरू होगा. ट्रेन सुबह 6:40 बजे कटरा से रवाना होगी और लगभग 5 घंटे 40 मिनट में दोपहर 12:20 बजे अमृतसर पहुंचेगी. इस दौरान ट्रेन जम्मू, पठानकोट कैंट, जालंधर और व्यास स्टेशनों पर रूकेगी.
यह ट्रेन न केवल यात्रियों के लिए समयबद्ध और आरामदायक यात्रा का विकल्प होगी, बल्कि जम्मू-कश्मीर और पंजाब के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को भी मजबूत करेगी. यह नई ट्रेन कटरा और अमृतसर के बीच चलकर जम्मू-कश्मीर को अन्य राज्यों से और जोड़ेगी.
उचित सिंघल ने बताया कि यह जम्मू-कश्मीर की पांचवीं वंदे India ट्रेन होगी. कटरा-अमृतसर वंदे India विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दो प्रमुख धार्मिक शहरों माता वैष्णो देवी और स्वर्ण मंदिर को जोड़ेगी. यह ट्रेन उन यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी, जो कटरा से अमृतसर जाकर स्वर्ण मंदिर या वाघा बॉर्डर देखना चाहते हैं, और साथ ही पंजाब से वैष्णो देवी या श्रीनगर की यात्रा करने वालों के लिए भी सुविधाजनक होगी. इस ट्रेन के शुरू होने से पर्यटन उद्योग को नया आयाम मिलेगा.
उचित सिंघल ने कहा कि कनेक्टिविटी में सुधार से सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है. पर्यटन बढ़ने से होटल, खाद्य और कृषि आधारित क्षेत्रों को लाभ होगा, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. विशेष रूप से यह ट्रेन जम्मू-कश्मीर और पंजाब के बीच व्यापार और पर्यटन से संबंधित उद्योगों को प्रोत्साहन देगी. यह ट्रेन न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देगी.
उचित सिंघल ने जम्मू-कश्मीर और पंजाब के लोगों से अपील की कि वे 10 अगस्त को उद्घाटन रन के ऐतिहासिक पल के साक्षी बनें और इस वंदे India ट्रेन का अधिक से अधिक उपयोग करें. यह नई ट्रेन जम्मू-कश्मीर में रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास में एक और मील का पत्थर है.
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एकेएस/जीकेटी