जम्मू-कश्मीर : मनोहर लाल ने बिजली और शहरी विकास से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की

श्रीनगर, 12 जून . केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने Thursday को जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में केंद्र शासित प्रदेश के शहरी विकास और विद्युत क्षेत्रों से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की.

बैठक में जम्मू-कश्मीर के Chief Minister उमर अब्दुल्ला और Chief Minister के सलाहकार नासिर असलम वानी भी मौजूद थे. बैठक में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव, केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, राज्य बिजली उपयोगिताओं और सीपीएसई के प्रतिनिधि भी शामिल हुए.

इसमें जम्मू-कश्मीर में बिजली क्षेत्र के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया. केंद्र शासित प्रदेश ने शहरी और बिजली क्षेत्र से जुड़ी चिंताओं और प्रमुख उपलब्धियों तथा भविष्य की मांग पूरी करने के लिए संभावित समाधानों पर भी प्रकाश डाला.

बैठक में बिजली वितरण क्षेत्र में सुधार लाने और केंद्र शासित प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों के लिए बिजली वितरण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में केंद्र Government की पुनर्स्थापित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) की भूमिका पर प्रकाश डाला गया. केंद्र शासित प्रदेश ने आरडीएसएस कार्यों के लिए संशोधित लागत को मंजूरी देने के लिए Union Minister को धन्यवाद भी दिया.

Chief Minister उमर अब्दुल्ला ने अपने संबोधन में शहरी और बिजली क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों के संबंध में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की समीक्षा के लिए श्रीनगर की यात्रा के लिए Union Minister को धन्यवाद दिया और केंद्र शासित प्रदेश की प्रमुख चिंताओं को भी उजागर किया.

अपने संबोधन में केंद्रीय विद्युत और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने बैठक में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में उनके दौरे से समस्याओं के समाधान और नई पहलों की पहचान करने में मदद मिलेगी, जो केंद्र शासित प्रदेश के नागरिकों के लिए सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए की जा सकती हैं.

उन्होंने यूटी प्रशासन से संसाधन पर्याप्तता योजना के अनुसार क्षमता वृद्धि की योजना बनाने को कहा. उन्होंने यूटी को बिजली खरीद लागत कम करने और बिजली खरीद लागत तथा प्राप्त राजस्व के बीच अंतर को कम करने के लिए ठोस प्रयास करने के लिए बधाई दी, जिससे बिजली उपयोगिताओं के वित्त में सुधार करने में मदद मिलेगी और यूटी में विश्वसनीय बिजली आपूर्ति की सुविधा भी मिलेगी.

Union Minister ने यूटी को आरडीएसएस के तहत स्वीकृत कार्यों को तेजी से लागू करने की सलाह दी. उन्होंने यूटी को समयबद्ध तरीके से प्रीपेड स्मार्ट मीटरिंग कार्य शुरू करने की सलाह दी, जिसकी शुरुआत Governmentी प्रतिष्ठानों से की जाए और उसके बाद वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए.

उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश को लंबित Governmentी ऋण बकाया का भुगतान तेजी से करना चाहिए और अगस्त 2025 तक सभी Governmentी प्रतिष्ठानों तथा Governmentी कॉलोनियों में प्रीपेड मीटर लगाने का काम पूरा करना चाहिए.

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि केंद्र शासित प्रदेश में जलविद्युत की अपार संभावनाएं हैं, जिनका प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश को जलविद्युत परियोजनाओं के लिए स्थानीय कार्यबल के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए केंद्र Government के साथ समन्वय में काम करना चाहिए.

उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश से एनएचपीसी की चल रही परियोजनाओं में लंबित मुद्दों को हल करने के लिए भी कहा ताकि उन्हें जल्द पूरा किया जा सके. उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश से जलविद्युत परियोजनाओं पर लगाए गए जल उपकर को माफ करने पर विचार करने का भी अनुरोध किया, जिससे बिजली आपूर्ति लागत और अंततः उपभोक्ताओं के लिए टैरिफ को कम करने में मदद मिलेगी.

केंद्रीय विद्युत मंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश के समग्र विकास में India Government की ओर से निरंतर समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया तथा केंद्र शासित प्रदेश के लोगों की खुशहाली की कामना की.

एकेएस/एकेजे