नई दिल्ली, 21 मई . राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि यशस्वी जायसवाल और ध्रुव जुरेल इंग्लैंड के आगामी पांच मैचों के टेस्ट दौरे में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
साथ ही, 1996 में इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच राठौर का मानना है कि आगामी श्रृंखला टीम के लिए कठिन दौरा होगी, क्योंकि हाल ही में रोहित शर्मा और विराट कोहली की जोड़ी ने संन्यास ले लिया है.
आरआर ने नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) पर छह विकेट की जीत के साथ अपने आईपीएल 2025 सीजन का समापन किया, जायसवाल और जुरेल को भारत ‘ए’ टीम के साथ इंग्लैंड रवाना होने से पहले कुछ समय आराम मिलेगा, जिसे इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दो चार दिवसीय मैच खेलने हैं.
इनमें से पहला मैच 30 मई को कैंटरबरी में खेला जाएगा, और उसके बाद भारत ‘ए’ 13 जून को बेकेनहैम में मुख्य टेस्ट टीम के खिलाफ ‘इंट्रा-स्क्वाड’ मैच खेलेगा, उसके बाद 20 जून को हेडिंग्ले में टेस्ट सीरीज शुरू होगी. यह पहली बार होगा जब जायसवाल और जुरेल इंग्लैंड में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलेंगे.
“जायसवाल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी शुरुआत के बाद पहले ही कुछ बेहतरीन पारियां खेली हैं, और ध्रुव जुरेल ने भी. मुझे लगता है कि वह बहुत अच्छा स्वभाव वाला बच्चा है. उसके पास शानदार तकनीक के साथ-साथ बल्लेबाज भी है. इसलिए, यह एक कठिन दौरा होने वाला है.”
राठौर ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह दौरा आसान नहीं होने वाला है, क्योंकि सीनियर खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं और एक युवा टीम जा रही है. नया कप्तान भी हो सकता है. इसलिए, ये सभी चीजें थोड़ा दबाव बढ़ाएंगी, लेकिन यह आपकी प्रतिभा और आपकी क्षमता को दिखाने का अवसर भी है. इसलिए, उन दोनों में बहुत प्रतिभा है और मुझे पूरा यकीन है कि वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे.”
भारत अपनी टेस्ट टीम में बड़े बदलाव से गुजर रहा है और एक नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत होने वाली है, इस चर्चा का एक हिस्सा इस बात पर हावी है कि क्या होता अगर रोहित, विराट और रविचंद्रन अश्विन लंबे समय तक टिके रहते. हालांकि, राठौर का इस पर एक अलग दृष्टिकोण था. “देखिए, मुझे लगता है कि रिटायरमेंट एक बहुत ही व्यक्तिगत चीज है. देखिए, वे तीनों ही बेहतरीन क्रिकेटर थे जिन्होंने रिटायरमेंट लिया. इसलिए, मैं चाहता था कि वे आगे भी खेलते रहें. लेकिन, यह फिर से एक बहुत ही व्यक्तिगत निर्णय है.”
उन्होंने कहा, “मैं उन तीनों के बहुत करीब हूं. इसलिए, जैसा कि मैंने कहा, मैं उन्हें और खेलते देखना पसंद करता. लेकिन, फिर से, मुझे लगता है कि यह एक बहुत ही व्यक्तिगत निर्णय है. अगर उन्होंने यह निर्णय लिया है, तो हमें उसका सम्मान करना चाहिए.”
–आईएनएस
आरआर/