पहलगाम हमले की जैन संतों ने की निंदा, कहा- यह आतंकवाद नहीं, महाआतंकवाद है

नीमच, 23 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देशभर में गुस्सा है. हर कोई इस आतंकी हमले की निंदा कर रहा है. इस बीच, मध्य प्रदेश के नीमच पहुंचे जैन संतों ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि यह आतंकवाद नहीं बल्कि महाआतंकवाद है.

महामांगलिक कार्यक्रम में शिरकत करने नीमच पहुंचे संत आचार्य देव श्री विश्वरत्न सागर सूरीश्वर जी महाराज ने पहलगाम हमले की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने से बातचीत में कहा, “यह दुखद घटना है, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है. यह आतंकवाद नहीं, महाआतंकवाद है. किसी निर्दोष व्यक्ति को सिर्फ इसलिए मारा जाता है, क्योंकि वह किसी धर्म विशेष से जुड़ा हुआ है और ऐसा भारत की भूमि में होना हृदयविदारक है. ऐसी घटना से हमें सतर्क और अलर्ट रहने की आवश्यकता है. सामूहिक स्तर पर इसका समाधान खोजा जाना चाहिए और कठोर से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि इस घटना को अंजाम देने वालों और ऐसी प्रवृत्ति वालों को समाप्त किया जा सके, ऐसा मेरा मानना है.”

वहीं, ललित प्रभ जी महाराज ने से कहा, “कायरतापूर्ण हमला आम निर्दोष यात्रियों पर किया गया, जो निंदनीय और जघन्य है. हमें ध्यान रखना पड़ेगा कि दुनिया में आतंक किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है. किसी भी समस्या का समाधान हमेशा अहिंसा, प्रेम और शांति से होता है. हम सभी को राष्ट्रीय भावनाओं से बढ़ना चाहिए और अपने राष्ट्र के प्रति अपनी जवाबदेही को ध्यान में रखते हुए देश के हर नागरिक को प्रेम देना चाहिए. आतंक कभी किसी समस्या का समाधान नहीं होता, क्योंकि आतंक खुद ही एक मसला है.”

इस हमले में मंगलवार को 26 नागरिकों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. घायलों में स्थानीय निवासी भी शामिल हैं. यह हमला ऐसे समय हुआ जब घाटी में पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा था.

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