‘जागृति यात्रा’ गुरु साहिब के सर्वोच्च बलिदान और उनकी शाश्वत शिक्षाओं का संदेश फैलाएगी: हरदीप सिंह पूरी

Patna, 17 सितंबर . श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज की 350वीं शहीदी शताब्दी के उपलक्ष्य में Wednesday को Union Minister हरदीप सिंह पुरी ने Patna साहिब स्थित गुरुद्वारा गुरु का बाग से पवित्र ‘जागृति यात्रा’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

social media प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि ‘जागृति यात्रा’ को हरी झंडी दिखाकर मुझे अत्यंत सौभाग्य प्राप्त हुआ. इस महत्वपूर्ण दिन पर सिख संगत की विशाल उपस्थिति में रवाना की गई यह जागृति यात्रा, देश के विभिन्न राज्यों से होते हुए श्री आनंदपुर साहिब की ओर प्रस्थान करेगी और गुरु साहिब के सर्वोच्च बलिदान और उनकी शाश्वत शिक्षाओं का पवित्र संदेश प्रसारित करेगी.

इस दौरान उपChief Minister सम्राट चौधरी, मंत्री विजय कुमार चौधरी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल मौजूद रहे.

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने अपने प्राणों की आहुति देकर India की अस्मिता को संरक्षित किया. उनकी स्मृति में ‘जागृति यात्रा’ निकाली जा रही है, जो पूरे समाज के लिए एक प्रेरणादायी संदेश है. हमारे पूर्वजों ने समाज और देश को बचाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया.

मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि सिख संगत के महान गुरु तेग बहादुर जी ने समाज और देश की अस्मिता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी. उनकी शहादत ने इस देश को एकजुट रखा. उनके शहादत दिवस पर ‘जागृति यात्रा’ निकाली जा रही है, जो अमृतसर तक पहुंचेगी. यह यात्रा समाज में जागरूकता फैलाएगी और देश की अस्मिता की रक्षा के लिए प्रत्येक नागरिक को हर बलिदान के लिए तैयार रहने का संदेश देगी.

दिलीप जायसवाल ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज मुझे सिख धर्म के नौवें गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज, भाई मति दास जी, भाई सति दास जी और भाई दयाला जी की पुण्य स्मृति में आयोजित 350वीं शहीदी शताब्दी जागृति यात्रा में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ. यह पावन यात्रा गुरुद्वारा गुरु का बाग, Patna साहिब से आरंभ हुई. यात्रा का आयोजन प्रबंधक कमेटी, तख्त श्री हरमंदिर जी Patna साहिब, बिहार Government, पर्यटन विभाग और समूह साध संगत के सहयोग से किया गया. इस यात्रा का उद्देश्य सिख इतिहास, धर्म सनातन की रक्षा और गुरु महाराज के अदम्य बलिदान को याद करना है. कार्यक्रम में उपस्थित होकर उनके साहस और त्याग को याद करना अत्यंत गौरव की बात थी.

डीकेएम/एएस