जादवपुर विश्वविद्यालय हंगामा : छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण तनाव बरकरार , पांच के खिलाफ एफआईआर

कोलकाता, 2 मार्च . कोलकाता के प्रतिष्ठित जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के परिसर में वामपंथी छात्रों के उग्र विरोध-प्रदर्शन के एक दिन बाद भी तनाव की स्थिति बनी हुई है. वामपंथी छात्रों के हंगामे के दौरान शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु घायल हो गए थे.

शनिवार को प्रदर्शन उग्र तब हुआ जब मंत्री की कार को कथित तौर पर परिसर में प्रवेश करने के बाद रोका गया और उसके बाद हाथापाई की गई. छात्र विश्वविद्यालय की छात्र परिषद के लिए तत्काल चुनाव कराने की मांग कर रहे थे.

इस घटना को लेकर पहले ही पांच एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र को गिरफ्तार किया गया है. पांच एफआईआर में से तीन तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध पश्चिम बंगाल कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रोफेसर एसोसिएशन (डब्ल्यूबीसीयूपीए) द्वारा दर्ज कराई गई हैं, जिसमें विरोध कर रहे छात्रों पर मंत्री को परेशान करने और परिसर में विश्वविद्यालय की संपत्ति को नष्ट करने का आरोप लगाया गया है.

दूसरी तरफ, छात्रों ने मंत्री के वाहन पर जानबूझकर छात्रों को टक्कर मारने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है, जिससे दो प्रदर्शनकारी छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए. जादवपुर विश्वविद्यालय के एक पूर्व छात्र साहेल अली को शनिवार देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

शनिवार को हंगामे के बाद की घटनाओं के कारण देर शाम तक परिसर में तनाव बना रहा. इस बीच, छात्र मुख्य रूप से सीपीआई (एम) के छात्र विंग, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के बैनर तले एकजुट हुए और विश्वविद्यालय परिसर के सामने विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने शनिवार को अपने शांतिपूर्ण प्रदर्शन में मंत्री के सहयोगियों और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमले का विरोध किया.

तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी मंत्री के साथ कथित धक्का-मुक्की के खिलाफ सड़क के दूसरी ओर विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि, रात में प्रदर्शनकारी छात्रों के एक समूह ने विश्वविद्यालय परिसर के भीतर तृणमूल कांग्रेस से जुड़े एक कार्यालय में कथित तौर पर आग लगा दी.

इस बीच, एसएफआई ने इस मुद्दे पर अगले दो दिनों के लिए अपने विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है. रविवार दोपहर को वह जादवपुर इलाके में विरोध मार्च निकालेंगे. साथ ही, एसएफआई ने सोमवार को राज्य के सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हड़ताल का आह्वान भी किया है.

बता दें कि विरोध प्रदर्शन के दौरान मंत्री को मामूली चोट आई और उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्हें सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया और बाद में उन्हें छुट्टी दे दी गई.

एफएम/केआर