मुंबई, 22 मई . एक्टर और प्रोड्यूसर जैकी भगनानी ने शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ की तारीफ की. उन्होंने कहा कि यह फिल्म दिखाती है कि सिनेमा फिर से लोगों में जोश और उत्साह भर रहा है.
जैकी भगनानी ने कहा कि अगर कोई फिल्म ज्यादा कमाई करना चाहती है, तो उसे छोटे शहरों के लोगों को ध्यान में रखकर बनाई जानी चाहिए. उन्होंने शाहरुख की फिल्म ‘जवान’ की सफलता को एक अच्छा संकेत बताते हुए कहा कि अब लोग फिर से फिल्मों में दिलचस्पी लेने लगे हैं और सिनेमा एक बार फिर से सबका पसंदीदा मनोरंजन बन रहा है.
एक्टर ने कहा, “छोटे शहरों के सिंगल-स्क्रीन थिएटर फिल्मों की कमाई में हमेशा से बहुत अहम भूमिका निभाते रहे हैं. लेकिन अब महंगे टिकट और सिर्फ मल्टीप्लेक्स पर ध्यान देने से, सिनेमा आम लोगों की पहुंच से दूर होता जा रहा है. साथ ही, हम ऐसी फिल्में बनाना भी कम कर चुके हैं जो हर तरह के दर्शकों को पसंद आएं. हमें ऐसी कमर्शियल फिल्में बनानी चाहिए जो पूरे भारत के लोगों से जुड़ सकें. मैं फिल्म ‘जवान’ की सफलता को एक अच्छा संकेत मानता हूं कि सिनेमा फिर से लोगों का पसंदीदा मनोरंजन बन रहा है. फिल्म ने फिर से लोगों में अलग जोश और उत्साह भरा.”
उन्होंने कहा, “जब हर तरह के लोग एक ही फिल्म को पसंद करते हैं, तो समझो हम आगे बढ़ रहे हैं. इससे पता चलता है कि पैन-इंडिया दर्शक हमसे कुछ कहना चाह रहे हैं और हमें उनकी बात को समझना चाहिए.”
जैकी ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान छोटे शहरों के कई सिंगल-स्क्रीन थिएटर बंद हो गए क्योंकि उनका खर्च चलाना मुश्किल हो गया.
उन्होंने कहा, “भारत में आज भी 16,000 से ज्यादा ऐसे इलाके हैं जहां थिएटर मौजूद ही नहीं हैं. हम इन इलाकों के दर्शकों पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे? हमें चाहिए कि हम ऐसी फिल्में बनाएं जो सस्ती हों, आसानी से देखी जा सकें और लोगों का मनोरंजन भी कर सकें, क्योंकि फिल्मों की अगली बड़ी सफलता उन्हीं दर्शकों से आएगी जो छोटे शहरों और गांवों में रहते हैं. हमें उनके लिए ऐसी कहानियां बनानी होंगी जो उनकी जिंदगी से जुड़ी हों और उन्हें अपने जैसी लगें.”
उन्होंने कहा कि भारतीय फिल्में शुरू से ही विदेशों में लोगों को पसंद आती रही हैं, चाहे वो महबूब खान या राज कपूर की फिल्में हों. भारतीय सिनेमा ने दुनियाभर के दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है. हमारी टक्कर अब सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की फिल्मों और वेब सीरीज से है. इसलिए हमें अब ऐसी फिल्में बनानी होंगी जो बिजनेस के लिहाज से भी नई सोच दिखाएं और कला के स्तर पर भी कुछ नया पेश करें.
जैकी ने कहा, “हमें भारत को दुनिया के सामने सच्चे तरीके से दिखाना चाहिए. इसके लिए हमें अपनी संस्कृति, परंपराओं और असली कहानियों को दिखाना होगा. अगर हम ऐसी कहानियां सुनाएं जो भारत की हों लेकिन जिनसे दुनिया के लोग भी जुड़ सकें, तो वह बहुत असरदार होंगी. हमारी अलग पहचान ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है.”
–
पीके/केआर