तेलंगाना में जेएसी के नेता मोतीलाल नाइक ने खत्म की भूख हड़ताल

हैदराबाद, 2 जुलाई . तेलंगाना में ज्वाइंट एक्शन कमेटी (जेएसी) के नेता मोतीलाल नाइक ने मंगलवार को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म कर दी. हालांकि, मोतीलाल नाइक ने नौकरियों के लिए विरोध को और तेज करने की शपथ ली है.

मोतीलाल नाइक ने गांधी अस्पताल में नौवें दिन भूख हड़ताल समाप्त कर दी. यहां पर बीते कुछ दिनों से छात्र समूह और राजनीतिक दलों के नेताओं की उनके साथ एकजुटता दिखाने के लिए किए गए दौरों के कारण तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई थी.

मोतीलाल नाइक ने अपनी भूख हड़ताल का समर्थन करने वाले सभी लोगों का आभार जताया. उन्होंने बुधवार से विरोध प्रदर्शन को और तेज करने की शपथ ली, लेकिन अब विरोध का तरीका अलग होगा.

उनका कहना है कि जब तक राज्य सरकार उनकी मांगें स्वीकार नहीं कर लेती, जेएसी हड़ताल जारी रखेगी.

मोतीलाल नाइक ने याद दिलाया कि जब तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता केसी राव ने नौ दिनों तक भूख हड़ताल की थी, तो केंद्र ने तेलंगाना राज्य के निर्माण की मांग स्वीकार कर ली थी. पर उनकी नौ दिनों की भूख हड़ताल के बाद भी सरकार ने भर्ती (नौकरी) के लिए एक भी पद नहीं बढ़ाया.

उन्होंने कहा, “यह इस सरकार का दृष्टिकोण है. इसने यह जानने की जहमत नहीं उठाई कि मेरे साथ क्या हुआ और हमारी मांगें क्या हैं. जिन मांगों को लेकर मैंने भूख हड़ताल की, वे कांग्रेस पार्टी की ओर से अपने चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों के अलावा और कुछ नहीं हैं.”

नाइक ने कहा कि जब भी कांग्रेस नेताओं को उनके वादों की याद दिलाई जाती है, तो वे एमएलसी चुनाव और बाद में लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए बेरोजगारों को इंतजार करने के लिए कहते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद भी सरकार नौकरी कैलेंडर जारी करने और भर्ती परीक्षाओं के लिए अधिसूचना जारी करने में विफल रही.

उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांगें ग्रुप फर्स्ट (पहले) मुख्य परीक्षा के तहत एक पद के लिए 100 उम्मीदवारों को अनुमति देना, ग्रुप सेकंड (दूसरे) पदों को 2,000 और ग्रुप थर्ड पदों को 3,000 तक बढ़ाना है. जेएसी नेता यह भी चाहते हैं कि राज्य सरकार 25 हजार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए एक मेगा डीएससी अधिसूचना जारी करे.

उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने पहले साल में 2 लाख नौकरियां देने का वादा किया था. हम जो मांग कर रहे हैं, वह 30 हजार भी नहीं है. कोई भी उनके 2 लाख नौकरियों और बेरोजगारी भत्ते के वादे पर विश्वास नहीं करता.”

बता दें कि विपक्षी बीआरएस और भाजपा ने नाइक की भूख हड़ताल और बेरोजगारों के चल रहे विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है. बीआरएस नेता और पूर्व मंत्री टी. हरीश राव ने 30 जून को नाइक से अस्पताल में मुलाकात की थी और उनसे भूख हड़ताल खत्म करने की अपील की थी.

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