आतंकवाद पर पाकिस्‍तान को बेनकाब करना बहुत जरूरी : प्यारे जिया खान

नागपुर, 19 मई . महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे जिया खान ने सात प्रतिनिधिमंडलों में 40 सांसदों को विदेश भेजे जाने पर सोमवार को कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत अच्छा फैसला है. आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करना बहुत ही जरूरी है.

प्यारे जिया खान ने कहा कि भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों को तबाह कर दिया है. हमें पूरी दुनिया में पाकिस्तान का असली चेहरा दिखाना चाहिए.

उन्होंने समाचार एजेंसी से कहा कि नागपुर के स्कूल में बच्चों को दाखिला नहीं देने के मामले में स्कूल के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज हो गया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास और सबके विश्वास’ पर काम करती है. यहां सभी समाज का विकास होना चाहिए. जो भी गलत करेगा, उसे जेल में डाल दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से पूरे महाराष्ट्र में अल्पसंख्यकों के शिक्षण संस्थानों में भ्रष्टाचार की जांच के लिए एसआईटी की मांग की है. नागपुर में एसआईटी गठित कर दी गई है. सबसे ज्यादा समस्या अकोला, अमरावती, खामगांव, नासिक, धुले, मालेगांव, नांदेड़ और लातूर में है. अल्पसंख्यकों के स्कूलों में भ्रष्टाचार बहुत है. इसके लिए वहां पर एसआईटी बैठाना बहुत जरूरी है.

भारत और पाकिस्तान के विदेशों में अपने- अपने प्रतिनिधिमंडलों को भेजने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक बहुत छोटा देश है, उसके बारे में बात भी नहीं करनी चाहिए. वह नकल करने के अलावा कुछ कर नहीं सकता. उसका खुद का कुछ नहीं है, वह नकल ही कर सकता है.

उल्लेखनीय है कि भारत ने पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए कई देशों में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को भेजने का फैसला किया है. 23 मई से शुरू हो रहे 10 दिन के दौरे पर भारत के सात प्रतिनिधिमंडल कई देशों की यात्रा करेंगे. इसमें भाजपा और कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टियों के नेताओं को भी शामिल किया गया है.

एएसएच/एकेजे