कोलकाता, 11 नवंबर . तृणमूल कांग्रेस की प्रवक्ता शशि पांजा ने सोमवार को से बातचीत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान सहित अन्य मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी है.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि विश्व युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं. विज्ञान का लाभ अभी गरीबों तक नहीं पहुंचा है.
इस पर तृणमूल प्रवक्ता ने कहा है कि भारत के बाहर की बात होती है, लेकिन भारत की बात नहीं होती है. भारत के अंदर भी परिस्थिति अच्छी नहीं है. यहां जो धनवान लोग हैं, वे और अधिक धनवान होते जा रहे हैं. अमीरों द्वारा जो कर्ज लिया जाता है, उसे सरकार द्वारा माफ कर दिया जाता है. भारत में गरीब जनता पीछे रह जाती है. आरएसएस को यह भी बताना चाहिए कि भाजपा के शासन में जो बेरोजगारी बढ़ी है, उस पर उनका क्या स्टैंड है. दुनिया में जो संकट है क्या वह हमारी बेरोजगारी पर प्रभाव डालती है. अब तक पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं हुए हैं. बाहर के संकट को दिखाकर यहां की जनता को गुमराह करना ठीक नहीं है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान आदित्य ठाकरे के बयान पर टीएमसी प्रवक्ता ने कहा है कि महाराष्ट्र की जनता यह जरूर समझती है कि कैसे पैसे के बल पर चुनी हुई सरकार को गिराया गया और कैसे महाराष्ट्र में एक चुनी हुई सरकार, जिसे पांच साल चलना था, बीच में ही तोड़ दी गई. महाराष्ट्र का चुनाव जिन मुद्दों पर लड़ा जा रहा है, वह भाषणों में साफ हो जाता है. लेकिन हम जो महाराष्ट्र के बाहर हैं, हमने देखा है कि कैसे भाजपा ने महाराष्ट्र में चुनी हुई सरकार को तोड़ा. सांसद और विधायकों को होटलों में कैद किया गया. मैं समझती हूं कि जनता यह कभी नहीं भूलेगी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी को ‘दंगाइयों और अपराधियों का प्रोडक्शन हाउस’ और अखिलेश यादव को इसका ‘सीईओ’ बताया है. इस पर तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा है कि पार्टियों में लड़ाई रहेगी. एनसीआरबी के आंकड़ों से पता चलता है कि देश भर में अपराध की स्थिति उन राज्यों में अच्छी नहीं है, जहां भाजपा की सरकार है. हम पश्चिम बंगाल में ऐसी राजनीति नहीं करते हैं. हम काम का मूल्यांकन करने में विश्वास करते हैं.
मुख्य चुनाव अधिकारी के प्रतिनिधि से मुलाकात पर तृणमूल नेता ने कहा कि हमने अपनी बात रखी है. भाजपा पश्चिम बंगाल में बेपरवाह हो गई है. उनके नेता देश को बांटने, लोगों को बांटने, समाज को बांटने और सांप्रदायिक दंगे भड़काने के लिए भाषण दे रहे हैं. उन्होंने 9 नवंबर को बांकुरा जिले में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए कि इस तरह के भाषण नहीं चल सकते हैं.
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डीकेएम/एकेजे