असम के मुख्यमंत्री से मुलाकात में इसरो अध्यक्ष ने असमसैट उपग्रह प्रक्षेपण का दिया आश्वासन

नई दिल्ली, 7 अप्रैल . असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन से मुलाकात की और असम के लिए अपना स्वयं का उपग्रह लॉन्च करने के बारे में चर्चा की. इस बैठक में मुख्यमंत्री सरमा ने असम सरकार के दृष्टिकोण को रेखांकित किया, जिसके तहत भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र के सहयोग से असमसैट उपग्रह को विकसित किया जाएगा.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, “असमसैट महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक परियोजनाओं के कार्यान्वयन और कृषि, आपदा प्रबंधन, बुनियादी ढांचे के विकास और सुरक्षा सीमा प्रबंधन और पुलिस अभियानों के लिए समर्पित सेवाओं की मेजबानी के लिए डेटा के निरंतर प्रवाह को सुनिश्चित करने में मदद करेगा.”

इस मौके पर इसरो अध्यक्ष अपनी पत्नी के साथ पहुंचे थे. उन्होंने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को आश्वासन दिया कि इसरो असम के अपने स्वयं के उपग्रह बनाने के सपने को पूरा करने में पूरा समर्थन देगा.

सीएमओ, असम ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक पर पोस्ट में बताया, “सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने इसरो के चेयरमैन वी. नारायणन के साथ एक बैठक की, जिसमें असम के अपने स्वयं के उपग्रह को लॉन्च करने के दृष्टिकोण पर चर्चा की गई, जिसका उद्देश्य बाढ़ प्रबंधन, नीति नियोजन और सीमा निगरानी को बढ़ाना है.” इसरो ने इस महत्वाकांक्षी पहल को साकार करने में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है. सीएम ने इसरो के शानदार काम की सराहना की और इसके वैज्ञानिकों को हर भारतीय के लिए एक सच्ची प्रेरणा बताया.

इसके बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया. इसमें उन्होंने लिखा, “इसरो के बहुत ही जानकार चेयरमैन श्री वी. नारायणन के साथ मेरी एक बैठक हुई. हमने असम के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष एजेंडे के बारे में विस्तार से बात की. इसरो असम को अपना पहला उपग्रह लॉन्च करने में मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. संभावित रूप से ये पृथ्वी की निचली कक्षा के उपग्रह होंगे. इससे हमें बाढ़ शमन, नीति नियोजन और लड़ाई जैसे कई क्षेत्रों में मदद मिलेगी.”

इसमें हिमंत बिस्वा सरमा इसरो अध्यक्ष वी. नारायणन बात करते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में इसरो अध्यक्ष वी. नारायणन मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को रॉकेट के एक मॉडल के जरिए उसकी खूबियां और कार्यक्षमता समझा रहे हैं.

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