गाजा, 19 मार्च, . इजरायल की ओर से फिलिस्तीनी क्षेत्र में फिर सैन्य अभियान शुरू करने के बाद मंगलवार रात भर गाजा पर हवाई हमले जारी रहे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमलों में 13 लोगों की मौत हो गई.
इजरायल की सेना ने दावा किया कि उसने हमास के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जहां से फिलिस्तीनी ग्रुप इजराइल पर गोलीबारी करने की तैयारी कर रहा था.
सेना ने कहा कि हमास द्वारा नियंत्रित जहाजों को भी निशाना बनाया गया.
इससे पहले इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने घोषणा की कि लड़ाई ‘पूरी ताकत से’ फिर से शुरू होगी. उन्होंने कहा: “यह तो बस शुरुआत है.”
बता दें इजरायल ने मंगलवार तड़के गाजा पट्टी पर बड़े पैमाने पर बमबारी शुरू की थी. हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस बमबारी में 400 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
19 जनवरी को एक नाजुक युद्धविराम और बंधक-कैदी अदला-बदली समझौते के प्रभावी होने के बाद मंगलवार का हमला सबसे बड़ा था.
इजरायल और हमास इस बात पर सहमत होने में नाकाम रहे कि युद्ध विराम को प्रारंभिक चरण से आगे कैसे ले जाया जाए.
इस समझौते में तीन चरण शामिल हैं, और दूसरे चरण पर बातचीत छह सप्ताह पहले शुरू होनी थी – लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
प्रस्तावित दूसरे चरण के तहत, इज़राइल गाजा से सैनिकों को वापस बुलाएगा. हालांकि इजरायल और अमेरिका ने पहले चरण के विस्तार के लिए दबाव डाला. हमास ने इससे इनकार किया.
नेतन्याहू ने बंधकों को वापस लाना और हमास से ‘छुटकारा पाना’ फिर से हमले का मुख्य मकसद बताया. हालांकि बंधकों के परिवारों ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि सरकार ने उनके प्रियजनों को लेकर उम्मीद छोड़ दी है.
इजरायल का कहना है कि हमास ने अभी भी 59 लोगों को बंधक बना रखा है, जिनमें से 24 के जीवित होने की संभावना है.
इजरायल-हमास वार्ता में मध्यस्थ मिस्र ने कहा कि ताजा हमले संघर्ष विराम का ‘स्पष्ट’ उल्लंघन हैं.
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