यरूशलेम, 25 फरवरी . इजरायली सेना ने सीरियाई सेना के ठिकानों पर छापेमारी कर वहां से हथियार जब्त या नष्ट कर दिए. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, “छापेमारी के दौरान पैराट्रूपर्स ब्रिगेड के सैनिकों को सीरियाई सेना द्वारा छोड़ी गई राइफलें, गोला-बारूद और अन्य सैन्य उपकरण मिले, जिन्हें जब्त या नष्ट कर दिया गया.”
सेना ने बताया कि दिसंबर से अब तक ऐसे ‘दर्जनों’ छापे मारे गए हैं, जिनमें कई हथियार बरामद किए गए.
474वीं ब्रिगेड में एक बटालियन कमांडर, जिसका नाम उजागर नहीं किया गया, ने कहा, “छापेमारी का मकसद सीरियाई सेना के सभी हथियारों और क्षमताओं को खत्म करना है.” उन्होंने बताया कि इन अभियानों के दौरान “रॉकेट, विस्फोटक, टैंक और बख्तरबंद वाहन भी पाए गए, जिन्हें नष्ट कर दिया गया.”
यह बयान इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की उस घोषणा के एक दिन बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायली सेना माउंट हरमोन की चोटी और सीरियाई सीमा के पास बफर जोन में ‘अनिश्चित’ उपस्थिति बनाए रखेगी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नेतन्याहू ने दमिश्क के दक्षिणी इलाके को विसैन्यीकृत करने की मांग भी की.
पिछले साल दिसंबर में बशर अल-असद की सरकार गिरने के बाद इजरायल ने बफर जोन में जमीनी सेना तैनात कर दी थी. यह क्षेत्र इजरायल-नियंत्रित गोलान हाइट्स और सीरिया के बीच स्थित है और इसकी निगरानी संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक बल करता है, जिसे 1974 के समझौते के तहत स्थापित किया गया था.
अंतरराष्ट्रीय निंदा के बावजूद, इजरायल ने बाद में माउंट हरमोन के सीरियाई-नियंत्रित हिस्से में ‘रणनीतिक बिंदुओं’ पर कब्जा कर लिया. इजरायल का दावा है कि यह कदम उसके नागरिकों की सुरक्षा के लिए उठाया गया.
इजरायली पीएम ने यह भी चेतावनी दी कि इजरायल सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के नेतृत्व वाले आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम से जुड़ी ताकतों या नई सीरियाई सेना को दमिश्क के दक्षिणी क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देगा.’
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