युद्धविराम वार्ता के लिए इजराइली प्रतिनिधिमंडल दोहा पहुंचेगा

तेल अवीव, 18 मार्च . इजराइल से एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को संघर्षविराम पर वार्ता के लिए दोहा पहुंचेगा.

सूत्रों के मुताबिक, इजराइल की सुरक्षा कैबिनेट ने रविवार रात अपने प्रतिनिधिमंडल को दोहा भेजने का फैसला किया, ताकि गाजा में अस्थायी संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई पर फैसला किया जा सके.

मोसाद के निदेशक डेविड बार्निया के नेतृत्व में कतरी और मिस्र के मध्यस्थों के माध्यम से वार्ता की शुरुआत की जाएगी.

युद्धविराम समझौते पर मुहर लगाने से पहले दोनों देशों के प्रधानमंत्री सहित इजराइल के रक्षा मंत्री से सुझाव लिए जाएंगे. इसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा.

सोमवार से दोहा में शुरू होने जा रही वार्ता के माध्यम से इजराइल और हमास के बीच खाई को भरने का प्रयास किया जाएगा. इसमें फिलिस्तीनी कैदियों की संख्या भी शामिल है, जिन्हें संभावित रूप से शेष इजरायली बंधकों के बदले में रिहा किया जा सकता है.

मुस्लिमों के पवित्र महीने रमज़ान की शुरुआत के बाद से पहली बार इजरायली अधिकारी और हमास नेता वार्ता में शामिल होंगे.

मध्यस्थों को इससे पहले छह सप्ताह का संघर्ष विराम सुनिश्चित करने की उम्मीद थी, लेकिन हमास ने ऐसे किसी भी समझौते से इनकार कर दिया, जिससे गाजा में स्थायी युद्धविराम नहीं होगा. इज़राइल ने इस विचार को पूरी तरह से खारिज कर दिया था और अमेरिका सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया था कि वह तब तक स्थायी युद्धविराम के लिए सहमत नहीं होगा, जब तक कि हमास का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता.

हालांकि, पिछले सप्ताह दोनों पक्षों ने बातचीत को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से कदम उठाए और उपलब्ध जानकारी के अनुसार, पहला चरण छह सप्ताह का अस्थायी युद्धविराम होगा, जिसमें हमास द्वारा गाजा में कैद में रखे गए 35 बंधकों की रिहाई शामिल होगी.

हालांकि, इज़राइली पक्ष ने मध्यस्थों से कहा है कि वे स्थायी युद्धविराम पर किसी भी बातचीत के लिए सहमत नहीं होंगे और दोहा वार्ता शुरू होने के बाद आगे की मांगें उठाई जाएंगी.

एसएचके/