ह्यूस्टन, 14 जून . अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि इजरायली हमले से उनके प्रशासन को ईरान के साथ परमाणु समझौता करने में मदद मिल सकती है.
मीडिया आउटलेट ‘एक्सियोस’ ने जब ट्रंप से पूछा कि क्या इजरायल की बमबारी ने समझौते को खतरे में डाला? इस पर ट्रंप ने कहा, “मुझे ऐसा नहीं लगता. शायद इसके विपरीत. शायद अब वह गंभीरता से बातचीत करेंगे. मैं उन्हें 60 दिनों में डील करने के लिए राजी नहीं कर सका. वह डील के करीब थे, उन्हें यह करना चाहिए था. शायद अब यह हो जाएगा.”
‘सिन्हुआ समाचार एजेंसी’ ने ‘एक्सियोस’ की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि ट्रंप ने हमले के बाद पहली बार Friday को इजरायल के Prime Minister बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की.
रिपोर्ट के अनुसार President ट्रंप ने फोन पर हुई इस बातचीत का विवरण देने से इनकार कर दिया है. वह इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते थे कि नेतन्याहू ने संयुक्त राज्य अमेरिका से सीधे ऑपरेशन में शामिल होने के लिए कहा था या नहीं.
Friday को ट्रंप ने कई मीडिया आउटलेट्स को इंटरव्यू दिए. इस दौरान ट्रंप ने बार-बार ईरान से इजरायल के आगे के हमलों से बचने के लिए परमाणु समझौता करने का आग्रह किया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ‘यह और भी नृशंस’होगा.
President ट्रंप ने ‘एनबीसी न्यूज’ से कहा, “उन्होंने डील करने का मौका गंवा दिया. अब उनके पास एक और अवसर हो सकता है. हम देखेंगे.”
ट्रंप ने ‘रॉयटर्स’ से कहा, “वह अभी भी एक डील कर सकते हैं. अभी बहुत देर नहीं हुई है.”
ट्रंप ने Friday सुबह अपने social media प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ’ पोस्ट में लिखा, “ईरान को एक डील करनी चाहिए, इससे पहले कि कुछ भी न बचे.”
‘रॉयटर्स’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विदेश विभाग ने कतर और कई अन्य अमेरिकी मध्य पूर्व सहयोगियों को इजरायल के ईरान पर हमला करने से कुछ घंटे पहले सूचित किया था.
ट्रंप ने Friday को ‘वाशिंगटन पोस्ट’ को बताया कि उन्हें पहले ही पता था कि इजरायल ईरान पर हमला करेगा. उन्होंने कहा, “मुझे तारीख पता थी, क्योंकि मैं सब कुछ जानता हूं. मैं सब कुछ जानता हूं. मैं सब कुछ जानता हूं.”
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आरएसजी/केआर