तेहरान, 11 अक्टूबर . ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघेई ने शुक्रवार को सीरिया-लेबनान सीमा पर स्थित ईरानी अस्पताल पर इजरायल की एयर स्ट्राइक को ‘युद्ध अपराध’ करार दिया. एक बयान में बाघई ने ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी (आईआरसीएस) द्वारा संचालित 56 बिस्तरों वाले अस्पताल को निशाना बनाने के लिए इजरायल की तीखी आलोचना की.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, बाघेई ने कहा कि गाजा, लेबनान और सीरिया में अस्पतालों और बचाव केंद्रों पर इजरायल के लगातार हमले ‘सभी अंतरराष्ट्रीय रेगुलेशन और मानदंडों के खिलाफ उसके विद्रोह का स्पष्ट संकेत हैं.’
आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए के अनुसार, आईआरसीएस के अध्यक्ष पीर-होसैन कोलीवंद ने भी एयर स्ट्राइक की निंदा करते हुए इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन’ बताया जो रेस्क्यू और मेडिकल सेंटर पर हमलों को प्रतिबंधित करता है. उन्होंने कहा कि अस्पताल पर आईआरसीएस का झंडा लगा हुआ था.
ईरानी विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराघची ने गुरुवार को अपने कतरी समकक्ष शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल-थानी के साथ दोहा में एक बैठक के दौरान कहा कि इजरायल का ‘युद्ध’ पश्चिम एशिया में असुरक्षा और अस्थिरता का मुख्य कारण है.
ईरानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, अराघची ने लेबनान और गाजा में ‘नरसंहार’ और बुनियादी ढांचे के विनाश रोकने का आह्वान किया.
कतर के विदेश मंत्री ने इजरायल के ‘अपराधों’ को रोकने, स्थिरता को बढ़ावा देने और फिलिस्तीनी और लेबनानी लोगों का समर्थन करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग की अपील की.
ईरानी अस्पताल पर यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. पिछले दिनों एक साल में दूसरी बार तेहरान ने यहूदी राष्ट्र् पर मिसाइल हमला किया. जिसके इजरायल ने ईरान को करारा जवाब देने का ऐलान किया है. वहीं ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने मिसाइल हमले को पूरी तरह से सही बताया था.
–
एमके