जेरूसलम/बेरूत, 25 अगस्त . Prime Minister बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने Monday को कहा कि यदि हिजबुल्लाह को निरस्त्र कर दिया जाता है तो इजरायल दक्षिणी लेबनान से अपनी सेना वापस बुला सकता है.
Prime Minister कार्यालय ने बयान में इस महीने की शुरुआत में लेबनान Government द्वारा 2025 के अंत तक हथियारों को राज्य के नियंत्रण में लाने के निर्णय की सराहना की.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कार्यालय ने कहा कि यह कदम एक महत्वपूर्ण निर्णय है और इसने लेबनान को’ अपनी संप्रभुता को पुनः प्राप्त करने और अपने राज्य संस्थानों के अधिकार को बहाल करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया है.
कार्यालय ने कहा कि यदि लेबनानी सेना निरस्त्रीकरण प्रक्रिया को लागू करती है, तो इजरायल भी ‘पारस्परिक उपाय’ करने पर विचार करेगा, जिसमें अमेरिका के नेतृत्व वाले सुरक्षा तंत्र के साथ समन्वय करके दक्षिण में अपनी सैन्य उपस्थिति को चरणबद्ध तरीके से कम करना शामिल है.
बयान में कहा गया कि अब समय आ गया है कि इजरायल और लेबनान दोनों सहयोग की भावना से आगे बढ़ें, तथा हिज्बुल्लाह को निरस्त्र करने तथा दोनों देशों में स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के साझा उद्देश्य पर ध्यान केंद्रित करें.
यह बयान अमेरिकी दूत टॉम बैरक द्वारा इजरायल में नेतन्याहू से मुलाकात के एक दिन बाद आया है, जो बेरूत से हिज्बुल्लाह के निरस्त्रीकरण के लिए आगे बढ़ने का आग्रह कर रहे हैं.
हालांकि, हिज्बुल्लाह नेताओं ने अपने हथियार छोड़ने से इनकार कर दिया था और राष्ट्रीय रक्षा के बजाय Political अस्तित्व को प्राथमिकता देने के लिए लेबनानी नेताओं की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि समूह के हथियारों पर बहस करने से पहले उन्हें ‘पहले इजरायल को हटाना चाहिए.’
इसके अलावा, Monday को लेबनान में इजराइली ड्रोन हमले जारी रहे. देश के जन स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य आपातकालीन संचालन केंद्र ने बयान में कहा कि इजरायली दुश्मन के ड्रोन हमले ने बिंत जेबिल जिले में ऐन अल-मजराब-तेबनीने सड़क पर एक रैपिड-प्रकार के वाहन को निशाना बनाया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई.
एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र ने शिन्हुआ को बताया कि इजरायली ड्रोन हमले में मारा गया व्यक्ति हिज्बुल्लाह का सदस्य था.
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एएसएच/डीकेपी