इजरायल फिलीस्तीनी शरणार्थी शिविर में काम कर रही यूएन रिलीफ एजेंसी से संबंध तोड़ेगा

यरूशलम, 30 जनवरी . इजरायल ने कहा है कि वह फिलिस्तीन में काम करे संयुक्त राष्ट्र के पार्टनर यूएनआरडब्ल्यूए के साथ गुरुवार से सभी संबंध तोड़ देगा. उसने एजेंसी पर हमास के कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने और गाजा में “आतंकवादी गतिविधि” बढ़ाने का आरोप लगाया है.

इजरायली विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओरेन मार्मोरस्टीन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “यूएनआरडब्ल्यूए हमास से भरा हुआ है. 30 जनवरी से देश इजरायली कानून के अनुसार यूएनआरडब्ल्यूए (यूनाइटेड नेशंस रिलीफ एंड वर्क एजेंसी फॉर पैलेस्टाइन रिफ्यूजीज ) के साथ सभी तरह के संबंध समाप्त कर देगा.”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मार्मोरस्टीन ने गाजा तक मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए इजरायल की प्रतिबद्धता दोहराई. उसने कहा कि सहायता अन्य यूएन एजेंसियों, अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठनों और विदेशी सरकारों सहित “वैकल्पिक संगठनों” के माध्यम से पहुंचाई जाएगी.

अक्टूबर 2024 में पारित एक इजरायली कानून के अनुसार, पूर्वी यरुशलम सहित इजरायली भूमि पर यूएनआरडब्ल्यूए का संचालन बंद कर दिया जाएगा. इसे इजरायल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं दिए जाने के कदम के तहत अपने कब्जे में ले लिया था. गुरुवार से इजरायली अधिकारियों से संपर्क बंद कर दिया जाएगा. यह इजरायली अधिकारियों को यूएनआरडब्ल्यूए के साथ किसी भी तरह के संपर्क से भी रोकता है. इस कदम की अंतरराष्ट्रीय नेताओं और सहायता समूहों ने निंदा की है.

लाखों फिलिस्तीनियों को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने वाली यूएनआरडब्ल्यूए ने आरोपों से इनकार किया. यूएनआरडब्ल्यूए ने कहा कि उसे दावों को पुष्ट करने के लिए इजरायल से कोई औपचारिक सबूत नहीं मिला है.

यूएनआरडब्ल्यूए के आयुक्त-जनरल फिलिप लेज़ारिनी ने मंगलवार को कहा कि एजेंसी को “आतंकवादी संगठन के रूप में चित्रित करने” के लिए “दुष्प्रचार अभियान” का टारगेट बनाया गया है.

अक्टूबर में इजरायली विधायिका द्वारा पारित प्रतिबंधों के कारण यूएनआरडब्ल्यूए का मुख्यालय तत्काल बंद कर दिया गया. ये प्रतिबंध कब्जे वाले वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में संगठन के संचालन को खतरे में डालते हैं, जहां यूएनआरडब्ल्यूए लगभग 2 मिलियन फिलिस्तीनियों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करता है. इनमें से कई 15 महीने से चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के कारण बेघर हैं.

एससीएच/केआर