‘लेजर डिफेंस सिस्टम’ को मजबूत कर रहा इजरायल, 537 मिलियन डॉलर का किया समझौता

यरूशलम, 29 अक्टूबर . इजरायली रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने ‘आयरन बीम लेजर इंटरसेप्शन सिस्टम’ के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए 537 मिलियन डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किया है. उम्मीद है कि यह सिस्टम लगभग एक साल में इजरायल की एयर डिफेंस सिस्टम में शामिल हो जाएगा.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सोमवार को इजरायली डिफेंस टेक्नोलॉजी सिस्टम के मुख्य डेवलपर राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स और एल्बिट सिस्टम्स के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.

सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार आयरन बीम लेजर प्रणाली है जो किसी भी हवाई हमले को नाकाम करने में सक्षम है.

मंत्रालय ने कहा कि इस प्रणाली को इजरायल की ‘बहुस्तरीय’ सुरक्षा में आयरन डोम, डेविड स्लिंग और एरो प्रणालियों की पूरक क्षमता के रूप में एकीकृत किया जाएगा.

बयान में कहा गया है, ‘आयरन बीम के एकीकरण से मौजूदा और भविष्य के खतरों के खिलाफ इजरायल की रक्षा क्षमताओं में काफी सुधार होगा और लागत भी काफी कम आएगी.’

आयरन डोम ही वह सुरक्षा कवच है जो हर बार बड़ी सटीकता के साथ इजरायल पर हुए हर हमले को नाकाम कर देता है, जिससे इजरायल को कोई भारी नुकसान नहीं होता है.

इसके सूत्रधार इजरायली रक्षा इंजीनियर डैनियल “डैनी” गोल्ड हैं. उन्होंने 1990 के दशक में दूसरे इजरायल युद्ध के बाद यह महसूस किया कि इजरायल के खतरे की सबसे बड़ी वजह मिसाइल और रॉकेट हमले हैं, जिसके बाद उनके मन में एक ऐसा डिफेंस सिस्टम बनाने का आइडिया आया जो लगभग अभेद्य हो. इसके बाद उन्होंने इस पर काम शुरू कर दिया.

साल 2011 से इजरायली सेना इस एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर रही है. यह एयर डिफेंस सिस्टम इतना सटीक है कि 90 फीसदी से अधिक हमलों को सटीकता से खत्म कर देता है.

इजरायल की सुरक्षा के लिए दिए गोल्ड के अनमोल योगदान के लिए उन्हें सितंबर 2012 में इजराइल डिफेंस प्राइज से भी सम्मानित किया गया.

वह 2014 में आईडीएफ से अपनी सेवा समाप्त होने के बाद ‘गोल्ड टेक्नोलॉजी और उद्यमिता’ नामक कंपनी चलाते हैं.

एससीएच/केआर