दमिश्क, 30 सितंबर . हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद इजरायली सेना लगातार लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर तेजी से कार्रवाई कर रही है. इसी बीच स्थानीय मीडिया ने सोमवार को बताया कि इजरायली सैन्य कार्रवाई तेज होने के बाद से अब तक 52,000 से अधिक लेबनानी नागरिक सीरिया भाग गए हैं.
अल-वतन ऑनलाइन ने सीरिया के जनरल डायरेक्टरेट ऑफ माइग्रेशन एंड पासपोर्ट के एक सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि लेबनानी शरणार्थियों के अलावा लगभग 1,25,000 सीरिया के नागरिक भी अपने वतन लौट आए हैं.
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को ही सिर्फ 3,500 लेबनानी नागरिक और 16,000 सीरियाई नागरिकों ने सीमा को पार किया है. हालांकि, अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया है कि ये आंकड़े अभी अंतिम नहीं हैं.
हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष के बाद लेबनान में तनाव की स्थिति है. इस वजह से कई लेबनानी परिवारों ने सीरिया में शरण ली है, जबकि लेबनान में रहने वाले विस्थापित सीरियाई नागरिक भी युद्धग्रस्त देश को छोड़कर अपने वतन वापस लौट रहे हैं.
बता दें कि इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने शनिवार को एक बयान में दावा किया था कि हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह उसके हमले में मारा गया. आईडीएफ के मुताबिक, शुक्रवार देर रात बेरूत के दक्षिणी उपनगरीय इलाके में लेबनानी आतंकी ग्रुप के मुख्यालय पर हमला किया गया था, जिसमें नसरल्लाह की मौत हो गई.
वहीं, इजरायली सेना के दावे के बाद लेबनानी आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने अपने नेता की मौत की पुष्टि की. साल 1982 में लेबनान पर इजरायली आक्रमण के बाद हिजबुल्लाह की स्थापना के समय से ही नसरल्लाह उसके साथ जुड़ा हुआ था. साल 1992 में उसने संगठन के नेता के रूप में कार्यभार संभाला था.
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एफएम/एबीएम