इराक ने अमेरिका को याद दिलाई जिम्मेदारी, कहा-‘ इजरायल कर रहा हवाई स्पेस का उल्लंघन, उसे रोके यूएस’

बगदाद, 15 जून . इराक ने अमेरिका से इजरायली विमानों को इराकी हवाई क्षेत्र में घुसकर हमले करने से रोकने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया है.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इराकी सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ के प्रवक्ता सबा अल-नुमान ने Saturday को कहा कि इराकी Government ने अमेरिका से इस तरह के उल्लंघन को रोकने के लिए द्विपक्षीय समझौतों और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों के तहत अपने दायित्वों को पूरा करने का आह्वान किया है.

बयान में कहा गया कि इराकी Government ने इराकी हवाई क्षेत्र के किसी भी उल्लंघन या ईरान या किसी अन्य पड़ोसी देश के खिलाफ इजरायल द्वारा सैन्य हमलों के लिए इसके उपयोग की अपनी दृढ़ और स्पष्ट अस्वीकृति दोहराई.

इराक ने संकट को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने के लिए कूटनीतिक और Political समाधानों की उम्मीद में अधिकतम संयम दिखाया है

प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत इराक को किसी भी पक्ष द्वारा अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता के उल्लंघन का जवाब देने के लिए सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करने का अधिकार है.

Friday को इराक ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक आधिकारिक शिकायत प्रस्तुत की, जिसमें सैन्य अभियान चलाने के लिए अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने के लिए इजरायल की निंदा की गई.

इराकी समाचार एजेंसी ने एक Governmentी सूत्र के हवाले से बताया कि, “इराक ने अमेरिका से अनुरोध किया है कि वह रणनीतिक रूपरेखा समझौते के अनुसार इजरायली विमानों को इराकी हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने से रोकने में अपनी भूमिका निभाए.”

सूत्र ने इराक की संप्रभुता और हवाई क्षेत्र की अखंडता के सम्मान पर जोर देते हुए कहा कि आईएसआईएस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन का नेतृत्व करने वाले देश के रूप में अमेरिका की जिम्मेदारी है कि वह इराकी संप्रभुता से समझौता करने या उसकी सुरक्षा को खतरे में डालने वाले किसी भी उल्लंघन को रोके.

इजरायल ने Friday को तड़के ईरानी क्षेत्र पर कई हमले किए, जिसमें परमाणु और मिसाइल प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया, जिसमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए.

ईरान के संयुक्त राष्ट्र दूत द्वारा पहले घोषित आंकड़ों के अनुसार हमलों की लहर जारी है और इसके परिणामस्वरूप कम से कम 78 लोगों की मौत हो गई तथा 320 अन्य घायल हो गए.

डीकेएम/केआर