ईरान ने परमाणु पारदर्शिता पर आईएईए प्रमुख की टिप्पणी को किया खारिज

तेहरान, 20 फरवरी . ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने संयुक्त राष्ट्र परमाणु संगठन के प्रमुख की हालिया टिप्पणियों को खारिज कर दिया है कि ईरान अपनी परमाणु गतिविधियों के बारे में पूरी तरह से पारदर्शी नहीं है.

कनानी सोमवार को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी द्वारा 13 फरवरी को दुबई में एक शिखर सम्मेलन में की गई टिप्पणियों का जवाब दे रहे थे, जहां उन्होंने कहा था कि ईरान “एक ऐसा चेहरा पेश कर रहा है जो पूरी तरह से पारदर्शी नहीं है” और इससे “खतरों में वृद्धि होती है.”

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रवक्ता ने तेहरान में एक साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ईरान की परमाणु गतिविधियां पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अंतरराष्ट्रीय नियमों और विनियमों और आईएईए के साथ सुरक्षा उपायों के समझौते के अनुसार हैं.

उन्होंने कहा कि ईरान 2015 के परमाणु समझौते के तहत अपने अधिकारों का प्रयोग कर रहा है और अपने दायित्वों को पूरा कर रहा है. परमाणु हथियार विकसित करने का ईरान के सैन्य सिद्धांत में कोई स्थान नहीं है.

कनानी ने आईएईए को “राजनीतिक, गैर-पेशेवर और गैर-तकनीकी” मुद्दों को उठाने का मंच नहीं बनने देने का आग्रह किया.

गौरतलब है कि ईरान ने जुलाई 2015 में विश्व की प्रमुख ताकतों के साथ जेसीपीओए नामक समझौते पर हस्ताक्षर किया था, इसमें ईरान पर प्रतिबंध हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने पर सहमति व्यक्त की गई. लेकिन, अमेरिका मई 2018 में समझौते से हट गया और तेहरान पर एकतरफा प्रतिबंध फिर से लगा दिया. इससे ईरान ने अपनी कुछ परमाणु प्रतिबद्धताओं को वापस ले लिया.

जेसीपीओए को बहाल करने पर वार्ता अप्रैल 2021 में वियना में शुरू हुई, लेकिन अगस्त 2022 में अंतिम दौर समाप्त होने के बाद से कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई है.

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