तेहरान, 20 मार्च . ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाघई ने गुरुवार को यमन पर अमेरिकी हवाई हमलों और गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई की कड़ी निंदा की. उनकी टिप्पणी शनिवार से यमन में हूती ठिकानों पर अमेरिकी हवाई हमलों और मंगलवार तड़के से गाजा पर इजरायली हमले शुरू होने के बाद आई.
बाघई ने निर्दोष महिलाओं और बच्चों सहित नागरिक हताहतों और यमन में अमेरिकी ‘सैन्य आक्रमण’ के कारण महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के विनाश पर गहरा दुख व्यक्त किया.
प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल को हथियार, वित्तीय और राजनीतिक सहायता प्रदान करने वाले देश इजरायल के ‘अपराधों’ में सहयोगी हैं.
बाघई ने कहा कि यमन पर अमेरिकी हमलों और गाजा में नरसंहार के साथ-साथ होने से इस बात में कोई संदेह नहीं रह जाता कि यह ‘अमेरिका-इजरायल की संयुक्त साजिश है… जिसका उद्देश्य उत्पीड़ित फिलिस्तीनी लोगों के प्रति एकजुटता और समर्थन के किसी भी आह्वान को समाप्त करना है.’
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार शाम को यमन की राजधानी सना पर हवाई हमलों का एक नया दौर शुरू किया. हूती द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी के अनुसार, कम से कम नौ लोग घायल हो गए, जिनमें सात महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं.
यह शनिवार के बाद से इस क्षेत्र पर दूसरा अमेरिकी हमला है. पहले हुए हमले में 53 लोग मारे गए थे और 98 घायल हुए थे, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.
गाजा पट्टी में बुधवार शाम शोक व्यक्त कर रहे लोगों की भीड़ पर इजरायली एयर स्ट्राइक में कम से कम 16 फिलिस्तीनी मारे गए और 30 से अधिक घायल हो गए.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि यमन में तेहरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर घातक अमेरिकी हमले एक ‘अपराध है जिसे रोका जाना चाहिए.’
उन्होंने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक वीडियो में कहा, “यमन के लोगों, यमनी नागरिकों पर यह हमला… एक अपराध है जिसे रोका जाना चाहिए.”
इससे पहले 18 मार्च को ईरान ने हूती विद्रोहियों के हमलों में तेहरान की कथित भूमिका पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित अमेरिकी अधिकारियों की ‘लापरवाह और भड़काऊ’ टिप्पणियों को खारिज कर दिया था और उनकी निंदा की थी.
–आईएएनएएस
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