अफ्रीका में एमपॉक्स के प्रकोप को लेकर आईओएम ने 27.8 मिलियन डॉलर की सहायता मांगी

नैरोबी, 31 अक्टूबर . अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम), संयुक्त राष्ट्र प्रवास एजेंसी ने आंतरिक रूप से विस्थापित प्रवासियों और गतिशील आबादी के साथ-साथ उनके संपर्क में आने वाले समुदायों को एमपॉक्स के प्रकोप से बचाने और सहायता प्रदान करने के लिए 27.8 मिलियन डॉलर की अपील की है.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि आईओएम ने कहा कि यह अपील अफ्रीका के कई हिस्सों में फैल रहे एमपॉक्स प्रकोप से प्रभावित लोगों की बढ़ती संख्या के जवाब में है.

केन्या की राजधानी नैरोबी में जारी एक बयान में कहा गया, “आईओएम अंतरराष्ट्रीय दाताओं, सरकारों और भागीदारों से अपील करता है कि वे प्रवासन से प्रभावित समुदायों के स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा के लिए एमपॉक्स प्रतिक्रिया का समर्थन करें.”

आईओएम बुरुंडी, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, घाना, गिनी, केन्या, नाइजीरिया, रवांडा, दक्षिण अफ्रीका, युगांडा, जाम्बिया और जिम्बाब्वे में बीमारी के हाल ही में प्रकोप और प्रसार के बाद से एमपॉक्स पर प्रतिक्रिया दे रहा है.

आईओएम ने कहा कि उसने पूर्वी हॉर्न और दक्षिणी अफ्रीका योजना को अफ्रीका के लिए बहु-देशीय एमपॉक्स तैयारी और प्रतिक्रिया योजना में विस्तारित किया है, जो सितंबर 2024 से फरवरी 2025 तक की अवधि को कवर करेगी.

आईओएम ने कहा, “योजना का उद्देश्य प्रभावित समुदायों के भीतर स्वास्थ्य जांच, जोखिम संचार और सामुदायिक जुड़ाव प्रदान करके प्रवासियों और आईडीपी की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को संबोधित करना है.”

इस योजना का उद्देश्य सरकारों और स्थानीय समुदायों के बीच सीमा पार समन्वय को बढ़ावा देना तथा अफ्रीका भर में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में प्रमुख सीमाओं और प्रवेश बिंदुओं पर प्रतिक्रिया को मजबूत करने के लिए देशों को सहायता प्रदान करना है.

आईओएम के अनुसार, 20 अक्टूबर 2024 तक अफ्रीका भर में पुष्ट मामलों की संख्या 12 देशों में 2,800 से बढ़कर 34 देशों में 9,300 से अधिक हो जाएगी.

यह अपील अगस्त में पूर्वी हॉर्न और दक्षिणी अफ्रीका में प्रभावित देशों के लिए 18.5 मिलियन डॉलर के प्रारंभिक वित्त पोषण अनुरोध के बाद आई है.

आईओएम ने कहा कि संक्रमित व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क के माध्यम से फैलने वाला यह वायरस, आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों, प्रवासियों और सीमा पार समुदायों में रहने वाली आबादी को असमान रूप से प्रभावित कर रहा है, क्योंकि उनके पास रोग की रोकथाम, पता लगाने और नियंत्रण के उपाय उपलब्ध नहीं हैं.

संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा कि उसकी प्रतिक्रिया योजना का उद्देश्य महाद्वीप में अत्यधिक गतिशीलता के कारण उत्पन्न स्वास्थ्य संबंधी कमजोरियों को दूर करना है.

हालांकि, आईओएम के काम के बावजूद वित्तपोषण का अंतर काफी कम बना हुआ है तथा 18.5 मिलियन डॉलर की अपील में से केवल 1 मिलियन डॉलर ही प्राप्त हो पाए हैं.

आईओएम ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अतिरिक्त सहायता के बिना महत्वपूर्ण गतिविधियों में व्यवधान उत्पन्न होने की संभावना है. साथ ही कहा कि डीआरसी, गिनी और युगांडा में चार महीनों से अधिक समय में 1,047,900 से अधिक स्वास्थ्य जांच की गई है.

एमकेएस/एबीएम