बिहार : फूड प्रोसेसिंग इन्वेस्टर्स मीट में दुनिया भर के निवेशकों ने लिया हिस्सा, निवेश की जताई इच्छा 

पटना, 2 दिसंबर . बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 को लेकर सोमवार को आयोजित फूड प्रोसेसिंग इन्वेस्टर्स मीट में देश दुनिया के बड़े निवेशकों ने न केवल भाग लिया, बल्कि राज्य में निवेश की इच्छा भी जताई.

राजधानी पटना में आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान मुख्य अतिथि के रूप में और राज्य के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए. खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में बिहार की बदलती तस्वीर के बारे में बात करते हुए, चिराग पासवान ने कहा, “बिहार में अनंत संभावनाएं हैं, जिसका पूर्ण इस्तेमाल करने के लिए सरकार तत्परता से काम कर रही है. विकसित भारत बनने का सपना साकार करने में बिहार की बड़ी भूमिका होगी, यदि हम यहां उपस्थित अवसरों का लाभ उठाने में सफल हुए.”

उन्होंने कहा कि हमारा समाज तेजी से बदल रहा है, जिसमें प्रोसेस्ड फूड की मांग लगातार बढ़ने वाली है. ऐसे में इस क्षेत्र में निवेश का यह सबसे अच्छा समय है. इस कार्यक्रम में 14 आशय पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें 2,181 करोड़ रुपये के निवेश और 4,175 नई नौकरियों के सृजन की बात की गई.

ये आशय पत्र बिहार के कृषि-औद्योगिक क्षेत्र को और उच्च स्तर तक ले जाने के इरादे को दर्शाती है. इनमें बेवरेजेज की 700 करोड़ रुपये की कोका-कोला बॉटलिंग यूनिट और बाबा एग्रो फूड की 160 करोड़ रुपये की हाई-टेक आटा मील भी शामिल है. साथ में आनंद डेयरी का 50 करोड़ रुपये का डेयरी प्लांट, मधुबनी मखाना प्राइवेट लिमिटेड की 25 करोड़ रुपये की मखाना प्रसंस्करण इकाई जैसी परियोजनाएं भी शामिल हैं. ये परियोजनाएं बिहार के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को नई ऊंचाई तक ले जाने, निर्यात को प्रोत्साहित करने और स्थानीय रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगी.

राज्य सरकार के प्रयासों और बिहार में निवेशकों के अनुकूल परिस्थितियों के बारे में बात करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा, “बिहार लगातार उन्नति के पथ पर अग्रसर है. इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर बिजनेस पार्क के विकास तक हमारी सरकार बिहार की तरक्की को लेकर समर्पित है. राज्य अभी निवेश के लिए सुनहरा अवसर प्रदान कर रहा है. निवेशकों रुचि और सरकार की तत्परता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले कुछ महीनों में हमने 5500 करोड़ रुपये के निवेश की स्वीकृति दी है.”

राज्य में निवेशकों की बढ़ती रुचि के बारे में बात करते हुए राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा, “बिहार की कृषि योग्य अनुकूल भूमि और उन्नत कृषि निवेशकों को बहुत बड़ा अवसर प्रदान करती है. नीतियों में अनुकूल सुधार और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर फोकस के साथ हम एक मजबूत इकोसिस्टम के निर्माण के लिए समर्पित हैं, जो आर्थिक विकास को गति देगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अनेकों अवसर पैदा करेगा.”

एमएनपी/