मीरा-भायंदर, 4 अक्टूबर . Maharashtra के मीरा-भायंदर और वसई विरार Police आयुक्तालय के अंतर्गत आने वाली क्राइम ब्रांच यूनिट-1 ने एक बड़ी कार्रवाई की. Police ने नौकरी दिलाने के नाम पर साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. इस मामले में Police ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ के बाद विदेशी लोगों के भी नाम सामने आने की आशंका जताई जा रही है.
दरअसल, Police को सूचना मिली थी कि कुछ लोगों द्वारा अंतरराष्ट्रीय साइबर क्राइम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है. ये लोग पहले लोगों को पहले थाईलैंड भेजते थे. वहां से बाय रोड म्यान्मार भेजा जाता था, जहां पर उनको जबरदस्ती साइबर क्राइम में शामिल किया जाता था. जो व्यक्ति इसका विरोध करता था, उसे प्रताड़ित भी किया जाता था.
Police के अनुसार इस गैंग में विदेशी नागरिक भी शामिल थे. इस बड़े ऑपरेशन में Police ने दो प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक आरोपी मीरा-भायंदर का निवासी है, जबकि दूसरा तेलंगाना राज्य का रहने वाला बताया गया है. हालांकि, Police का दावा है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं और आगे जांच जारी है.
Police ने बताया कि अब तक करीब 10 से 12 लोगों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग की पुष्टि हुई है. यह संख्या भविष्य में बढ़ने की संभावना भी है. फिलहाल 5 पीड़ितों की पहचान की गई है जो India वापस लौट चुके हैं. बताया जा रहा है कि इन पीड़ितों के परिवार और मित्रों से भारी रकम वसूली गई थी.
मीरा-भायंदर वसई विरार Police आयुक्तालय के अधिकारी निकेत कौशिक ने बताया कि इस मामले में Police की टीम पूरी तरह से सतर्क है और दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने सभी से अपील की है कि ऐसी धोखाधड़ी या संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलते ही Police को सूचित करें ताकि जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार किया जा सके.
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पीआईएम/पीएसके