सुदीप बंद्योपाध्याय के खिलाफ पार्टी के कई नेताओं के सामने आने से तृणमूल में बढ़ी अंदरूनी कलह

कोलकाता, 2 मार्च . ममता बनर्जी की पार्टी में अंदरूनी कलह शनिवार को और बढ़ गई. विद्रोही नेता कुणाल घोष ने लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय के खिलाफ हमला जारी रखा है. इस मामले में पार्टी के एक अन्य विधायक तापस रॉय ने उनका समर्थन किया.

अपने सोशल मीडिया बायो से पार्टी का नाम हटाने के एक दिन बाद, घोष शनिवार सुबह अपने एक्स हैंडल पर बंद्योपाध्याय के खिलाफ एक विस्फोटक पोस्ट किया.

एक्स पर अपने पोस्ट में, घोष ने इस बात की जांच की मांग की कि जनवरी 2017 में करोड़ों रुपये के रोज़ वैली चिट फंड मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद अपोलो, भुवनेश्वर में बंद्योपाध्याय के अस्पताल में भर्ती होने का बिल किसने उठाया था.

“सांसद सुदीप के बैंक खातों और उनकी ओर से अपोलो, भुवनेश्वर को किए गए भुगतान की जांच की जानी चाहिए.”

घोष ने एक्स पर अपने संदेश में ईडी और सीबीआई निदेशकों को टैग करते हुए कहा, “अगर एजेंसियां इससे बचने की कोशिश करती हैं, तो इस मामले की जांच के लिए एलडी कोर्ट का रुख करना चाहिए.”

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक तापस रॉय, जिनके घर पर नगरपालिकाओं के मामले में ईडी ने छापा मारा था, ने भी शनिवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बंद्योपाध्याय की आलोचना की और दावा किया कि उन्होंने उनके आवास पर केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई को अंजाम देेेने के लिए साजिश रची.

घोष के आरोपों को दोहराते हुए रॉय ने भी दावा किया कि बंद्योपाध्याय ने खुद को रोज़ वैली घोटाले में फंसने से बचाने के लिए भाजपा के साथ संबंध बनाए.

हालांकि, अपने ऊपर लगे इन आरोपों के बावजूद, बंद्योपाध्याय ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी और मीडियाकर्मियों से बातचीत नहीं की.

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