देहरादून, 6 अगस्त . उत्तराखंड की चिकित्सा महानिदेशक ने देहरादून, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को पत्र लिखा. उन्होंने उत्तरकाशी हादसे के मद्देनजर तत्काल चिकित्सा सहायता पहुंचाने के लिए निर्देश किया.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को लिखे पत्र में बताया गया है कि Tuesday को उत्तरकाशी में बादल फटने से जान-माल की हानि होने की प्रबल संभावना है. ऐसे में घायलों के त्वरित उपचार के लिए चिकित्सकों की आवश्यकता होना स्वाभाविक है.
चिकित्सा महानिदेशक ने देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को निर्देशित किया कि पांच जनपदों के प्रमुख चिकित्सकों को त्वरित उपचार प्रदान करने के लिए उत्तरकाशी के सीएमओ के अधीन ड्यूटी करने के लिए नियुक्त करें.
पत्र में डॉ. लोकेश सलुजा-जनरल सर्जन राजकीय उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश, डॉ. अरविन्द सिंह राणा-आर्थोपेडिक सर्जन- राजकीय उप जिला चिकित्सालय मसूरी, डॉ. के.एस. भंडारी- आर्थोपेडिक सर्जन सामु.स्वा. केन्द्र, डोईवाला, डॉ. अभिषेक नौटियाल निश्चेतक सामु.स्वा. केन्द्र, सहसपुर और डॉ. पीयूष त्रिपाठी-ई.एन.टी. सर्जन- जिला चिकित्सालय देहरादून संबंध मेडिकल कॉलेज देहरादून को उत्तराखंड में नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है.
बता दें कि उत्तरकाशी में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच Tuesday को बादल फटने की घटना हुई. तेज जलबहाव के साथ पहाड़ी मलबा धराली क्षेत्र में घुसा, जिससे कई घर और होटल तबाह हो गए. हादसे में जानमाल का नुकसान हुआ है. फिलहाल, आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र में 300 से अधिक कर्मचारी राहत और बचाव कार्य में लगे हैं. एनडीआरएफ और भारतीय सेना के जवान भी रेस्क्यू में जुटे हैं.
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Wednesday को उत्तराखंड के Chief Minister पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात करके उत्तरकाशी के मौजूदा हालातों की जानकारी ली है और केंद्र सरकार से हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
सीएम धामी ने प्रधानमंत्री को लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण आ रही कठिनाइयों से अवगत कराया. Chief Minister ने उन्हें बताया कि State government राहत और बचाव कार्यों में पूरी तत्परता के साथ जुटी हुई है. सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं, ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके.
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एससीएच/एएस