कीड़े जैसी दिखने वाली ‘कीड़ा जड़ी’ कई रोगों के लिए काल समान, कीमत सुन हो जाएंगे हैरान!

नई दिल्ली, 23 मार्च . कीड़ा जड़ी एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो पारंपरिक चिकित्सा में लंबे समय से उपयोग में लाई जा रही है. यह मुख्य रूप से हिमालयी क्षेत्रों और तिब्बत में पाई जाती है. इसे “हिमालय की अद्भुत जड़ी-बूटी” भी कहा जाता है. कीड़ा जड़ी को स्वास्थ्य और जीवनशैली से जुड़े विभिन्न समस्याओं के समाधान के रूप में प्रयोग किया जाता है. इसके फायदे काफी हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जिनके बारे में जानना जरूरी है.

जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान की मई 2020 की एक रिसर्च में बताया गया है कि इसका उपयोग कई बीमारियों जैसे दस्त, सिरदर्द, खांसी, गठिया, अस्थमा, फुफ्फुसीय रोग, हृदय संबंधी विकार, यौन रोग, गुर्दे और यकृत रोग के उपचार के लिए सदियों से चीनी पारंपरिक चिकित्सा और भूटानी स्वदेशी चिकित्सा में किया जाता है. बताया गया है कि चीन ने 1964 में इसे आधिकारिक तौर पर एक दवाई के रूप में चिह्नित किया था.

आपको जानकर हैरानी होगी कि कीड़ा जड़ी की कीमत लाखों में है. जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार, एक किलो कीड़ा जड़ी की कीमत करीब 23 लाख रुपये है और दिन-प्रतिदिन कीमत में वृद्धि हो रही है. यह हिमालयी क्षेत्र में पाई जाती है और इसका जड़ उपयोग में लाया जाता है, जो जमीन के अंदर पाया जाता है. इसकी जड़ एक कीड़े की तरह दिखती है. इसलिए, इसे कीड़ा जड़ी कहा जाता है.

कीड़ा जड़ी को ऊर्जा का एक प्राकृतिक स्रोत माना जाता है. यह शरीर की सहनशक्ति को बढ़ाता है, जिससे एथलीटों और फिटनेस के शौकियों के बीच इसकी मांग बढ़ी है. कुछ शोध बताते हैं कि यह शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर बनाता है, जिससे थकावट कम होती है.

कीड़ा जड़ी में एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. यह संक्रमण से बचाव में मदद कर सकता है और शरीर को बीमारी से लड़ने की ताकत देता है.

कुछ शोधों में यह पाया गया है कि कीड़ा जड़ी रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाती है और दिल की सेहत को लाभ पहुंचाती है. यह रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और हृदय रोगों के जोखिम को कम कर सकता है.

यह मानसिक स्पष्टता और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है. कीड़ा जड़ी के सेवन से दिमागी थकावट कम होती है, जिससे मानसिक प्रदर्शन में सुधार हो सकता है.

कुछ व्यक्तियों में कीड़ा जड़ी के सेवन से एलर्जी की समस्या उत्पन्न हो सकती है. इससे त्वचा पर चकते, खुजली या अन्य एलर्जी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं. ऐसे मामलों में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.

गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए कीड़ा जड़ी का सेवन सुरक्षित नहीं माना जाता. इसकी प्रभावशीलता और सुरक्षा पर पर्याप्त अध्ययन नहीं हुए हैं, इसलिए ऐसे व्यक्तियों को इससे बचना चाहिए.

कीड़ा जड़ी कुछ दवाओं के साथ इंटरएक्ट कर सकती है. खासकर, अगर आप एंटी-कोआगुलेंट्स (रक्त पतला करने वाली दवाएं) या इम्यून सिस्टम को दबाने वाली दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो इसकी प्रतिक्रिया हानिकारक हो सकती है.

कीड़ा जड़ी का अत्यधिक सेवन पेट में गड़बड़ी या अपच का कारण बन सकता है. इससे पेट में दर्द, गैस या दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

डीएससी/केआर