पिछले 10 साल में हुए तकनीकी विकास की इनोवेटर्स और स्टार्टअप संस्थापकों ने की सराहना

नई दिल्ली, 21 मई . मैन्युफैक्चरिंग, स्टार्टअप, डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई), एयरोस्पेस, स्पेस और डिफेंस में भारत दुनिया का सबसे बड़ा नवाचार करने वाला देश बन गया है. आने वाला दशक ‘तकनीक का दशक’ होगा. एक स्टार्टअप कार्यक्रम में आईटी विशेषज्ञों, उद्यमियों और तकनीक के जानकार लोगों ने ये बातें कहीं.

‘विशेष संपर्क अभियान’ में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और राजीव चंद्रशेखर से वार्ता करते हुए स्टार्टअप सिस्टम से जुड़े लोगों ने कहा कि अटल इनोवेशन मिशन, स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे कार्यक्रमों की शुरुआत होने से भारतीय अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव हुआ है.

पुरी ने कार्यक्रम में कहा कि 2014 में भारत दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी. अब दुनिया ही पांचवीं बड़ी सबसे अर्थव्यवस्था है और जल्द ही यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी.

आगे कहा कि 2015 में देश में चार यूनिकॉर्न थे, लेकिन अब 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 130 हो गई है.

केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने इवेंट में कहा, “पिछले दशक में डिजिटल इकोनॉमी में बड़ा बदलाव हुआ है और भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती हुई डिजिटल अर्थव्यवस्था बन गया है.”

फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के सीईओ, दीपिंदर गोयल ने कहा कि सरकार की योजनाओं के कारण आज मेरे जैसे छोटे शहर से आने वाला लड़का जोमैटो जैसी कंपनी खड़ी कर पाया, जिसमें लाखों लोग काम कर रहे हैं.

पीक एक्सवी के प्रमुख राजन आनंदन ने कहा कि 2014 के बाद हुए बदलावों के कारण देश में आज मोबाइल फोन यूजर्स की संख्या बढ़कर 80 करोड़ से ज्यादा हो गई है, जो कि अमेरिका और चीन के कुल यूजर्स से भी ज्यादा है.

आनंदन ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में किए गए अहम बदलावों के कारण भारत आज एयरोस्पेस, स्पेस और डिफेंस जैसे सेक्टर में टॉप इनोवेटर बन पाया है.

मामाअर्थ के संस्थापक वरुण अलग ने कहा कि सरकार की ओर से पिछले कुछ वर्षों में जो इकोसिस्टम बनाया गया है, उसके बिना एक पूरी कंपनी खड़ी करना मुश्किल था.

अर्बन कंपनी के संस्थापक, अभीराज बहल ने कहा कि स्किल कर्मचारी बनाने को लेकर सरकार काफी महत्वपूर्ण काम कर रही है. हम 62 शहरों में 57,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहे हैं. स्टार्टअप इंडिया जैसे कार्यक्रमों ने हमारी काफी मदद की है.

मैप माय इंडिया के सीईओ रोहन वर्मा ने कहा कि इस सरकार ने पिछले चार वर्षों में अंतरिक्ष और भू-स्थानिक क्षेत्र में जबरदस्त अवसर खोले हैं.

पहले भू-स्थानिक क्षेत्र में कार्य करना काफी मुश्किल था, क्योंकि इस पर काफी प्रतिबंध थे. लेकिन जब हम नीति आयोग गए तो सरकार ने पॉलिसी में कई बदलाव किए और आज हम देश को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दे रहे हैं.

एबीएस/