नई दिल्ली, 8 अक्टूबर . इनोवेशन, मजबूती और वृद्धि भारत के एफएमसीजी सेक्टर की पहचान है और भारत दुनिया में आपूर्ति श्रृंखला में तेजी से उभर रहा है. प्रॉक्टर एंड गैंबल (पीएंडजी) इंडिया के सीईओ कुमार वेंकट सुब्रमण्यम की ओर से यह जानकारी दी गई.
राष्ट्रीय राजधानी फिक्की के एक कार्यक्रम में वेंकट सुब्रमण्यम ने कहा कि यह क्षेत्र हमारी उपभोग-आधारित अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख सिम्युलेटर है. यह दोहरे अंक की वृद्धि को आगे बढ़ाने और ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
देश में क्विक कॉमर्स तेजी से उभरने के कारण पीएंडजी मौजूदा समय में ग्राहकों के व्यवहार को समझने के लिए निवेश कर रहा है.
उन्होंने कहा कि आज के समय में भारत दुनिया में आपूर्ति श्रृंखला में तेजी से उभर रहा है. इससे कंपनियां ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक यूनिक प्रोडक्ट्स बना पा रही हैं.
वेंकट सुब्रमण्यम के मुताबिक, खर्च योग्य आय में बढ़त, जानकारी के प्रवाह से तेजी से बढ़ती आकांक्षाओं के कारण भारत की खपत आधारित अर्थव्यवस्था के डायनेमिक्स तेजी से बदल रहे हैं.
आगे कहा कि मौजूदा समय में भारत निवेश के लिए दुनिया में शीर्ष स्थान बन चुका है.
फिक्की-डेलॉयट की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत का ई-कॉमर्स मार्केट बढ़कर 2030 तक 325 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है. भारत का रिटेल सेक्टर वित्त वर्ष 23 में 753 अरब डॉलर का था. इसके वित्त वर्ष 27 तक 9.1 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान है, जो दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है.
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है. वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत थी, जो कि चालू वित्त वर्ष (2024-25) में 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
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एबीएस/