आगरा, 19 अप्रैल . मेरठ मेें गंभीर रूप से घायल हालत में मिले तेंदुए को स्वंयसेवी संस्था वाइल्डलाइफ एसओएस द्वारा संचालित आगरा के एक विशेष अस्पताल में इलाज के बाद शिवालिक के जंगलों में छोड़ दिया गया.
वन अधिकारियों ने कहा कि तीन वर्षीय घायल तेंदुए को इलाज के बाद शिवालिक में उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया.
तेंदुए के माथे पर चोट लगी थी और उसका पंजा बुरी तरह जख्मी हो गया था.
वन्यजीव एसओएस के पशु चिकित्सा सेवा के उप निदेशक इलियाराजा एस ने कहा, “अस्पताल आने के बाद 4-5 दिनों तक तेंदुआ ठीक से भोजन नहीं कर रहा था. लेकिन उपचार के बाद वह सामान्य रूप से खाने-पीने लगा.
पूरी तरह से स्वस्थ होने पर तेंदुए को शिवालिक के बड़कला वन रेंज में छोड़ दिया गया.
वन्यजीव एसओएस के संरक्षण परियोजनाओं के निदेशक, बैजू राज एम.वी. ने कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्य वन्यजीव वार्डन और मेरठ क्षेत्र के मुख्य वन संरक्षक के सहयोग से हमने ने तेंदुए को वापस जंगल में छोड़ दिया.”
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने कहा,“ बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ, जंगली जानवरों का प्राकृतिक आवास नष्ट होता जा रहा है. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि तेंदुए जैसे जंगली जानवरों को जंगल में रहने के लिए उचित स्थान मिलेे.”
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