इंडस्ट्री दिग्गजों ने बजट को सराहा, बताया – ‘रोजगार सृजन और महिला विकास में निभाएगा बड़ी भूमिका’

नई दिल्ली, 23 जुलाई . देश के बड़े इंडस्ट्री चैंबर्स ने मंगलवार को केंद्रीय बजट 2024-25 की सराहना करते हुए कहा कि यह आम जनता केंद्रित है, जो कि राजकोषीय स्थिरता के साथ संतुलित विकास को पुख्ता करता है.

एसोचैम के अध्यक्ष संजय नायर का कहना है कि बजट में सरकार का फोकस लंबी अवधि मैन्युफैक्चरिंग के जरिए रोजगार पैदा करने और एमएसएमई की भूमिका को अधिक मजबूत करने पर रहा है.

नायर ने आगे कहा कि सरकार ने युवाओं को स्किल प्रदान करने, रोजगार पैदा करने, शहरी विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने पर जोर दिया है. यह लंबे समय में रोजगार पैदा करने और स्थिर खपत का एक अच्छा तरीका है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि जनकल्याणकारी योजनाओं पर अधिक खर्च करने के बावजूद अधिक कर संग्रह के कारण राजकोषीय घाटे का लक्ष्य जीडीपी का 4.9 प्रतिशत रखा गया है.

सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि नई सरकार का बजट नौकरी सृजन करने पर फोकस के साथ-साथ स्थिर और समान विकास का रोडमैप प्रदर्शित करता है. पुरी ने आगे कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे का 4.9 प्रतिशत रखने का क्रेडिट मैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को देता हूं. यह लक्ष्य उम्मीद से बेहतर है क्योंकि सरकार लगातार पूंजीगत खर्च पर जोर दे रही है.

एफआईसीसीआई एफएलओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जॉयश्री दास वर्मा ने कहा कि भारत की आर्थिक विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने में यह बजट काफी महत्वपूर्ण सिद्ध होगा. इस बजट में महिला केंद्रित योजनाओं के लिए 3 लाख करोड़ रुपये रखे गए हैं. यह भारत सरकार की महिला की विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दिखाता है.

एबीएस/एबीएम