दिल्ली हादसे के बाद जागा इंदौर प्रशासन, कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए टीमें गठित

इंदौर, 30 जुलाई . दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से पिछले सप्ताह हुई तीन छात्रों की मौत के बाद इंदौर प्रशासन ने भी कोचिंग सेटरों पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. इस मुद्दे पर पूरा जिला प्रशासन एक्टिव मोड में नज़र आ रहा है.

इंदौर के डीएम ने शहर में चल रहे मानक विरुद्ध कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया है. इंदौर कमिश्नर राकेश गुप्ता ने को बताया कि नियम विरुद्ध चल रहे कोचिंग सेंटरों पर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.

उन्होंने कहा, “दिल्ली की घटना में तीन छात्रों की मौत हुई. इस घटना के बाद मध्य प्रदेश शासन ने यहां इस तरह की गतिविधियों को गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री ने सोमवार को नियम विरुद्ध चल रहे कोचिंग संस्थानों के विरुद्ध कार्रवाई करने के आदेश दिए. ऐसे संस्थानों की जांच के लिए कमेटी का निर्माण जिला दंडाधिकारी कर रहे हैं. इसमें एडीएम लेवल के अधिकारियों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के एसीपी भी शामिल होंगे. मुख्य रूप से इसमें हम सुरक्षा ऑडिट, इलेक्ट्रिसिटी ऑडिट को ध्यान में रख कर जांच कर रहे हैं.

बता दें कि 27 जुलाई (शनिवार) को दिल्ली में ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके स्थित राऊ कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था. इसमें डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इन छात्रों की पहचान तानिया सोनी, श्रेया यादव और नवीन डेल्विन के रूप में हुई. तानिया सोनी का संबंध बिहार से ही था. वो बिहार के औरंगाबाद की रहने वाली थी. दिल्ली वो आईएएस बनने का सपना लिए आई थी और इसी को पूरा करने के लिए जी जान से जुटी थी.

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