जकार्ता, 19 दिसंबर . क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों में घूमने आने वाले पर्यटकों को लेकर इंडोनेशिया तैयारी कर रहा है. इस बार लाखों लोगों के आने की वजह से दक्षिण पूर्व एशियाई द्वीपसमूह में सड़कों पर और शहरों में जाम लगने की उम्मीद है.
परिवहन मंत्रालय द्वारा हाल ही में किए गए सर्वे के अनुसार, लगभग 11 करोड़ लोग, या देश की लगभग 43 प्रतिशत आबादी, क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों के दौरान यात्रा करने की योजना बना रही है. यह आंकड़ा पिछले साल की इसी अवधि में आए यात्रियों की संख्या से अधिक है.
मंत्रालय के अनुमान के अनुसार, लगभग 45 प्रतिशत लोग पर्यटन के लिए यात्रा करते हैं, जबकि लगभग 32 प्रतिशत लोग अपने गृहनगर में परिवारों के साथ क्रिसमस और नया साल मनाने के लिए यात्रा करते हैं. मंत्रालय ने यह भी बताया कि क्रिसमस के लिए बाहर जाने वाले लोगों की संख्या 21 दिसंबर को चरम पर रहने की उम्मीद है, जबकि नए साल के लिए बाहर जाने वाले लोगों की संख्या 28 दिसंबर को चरम पर रहने की उम्मीद है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया है कि छुट्टियों के दौरान पर्यटकों की आवाजाही के लिए परिवहन सुविधाएं और बुनियादी ढांचा तैयार रहे.
परिवहन मंत्री डूडी पुरवागांधी ने हाल ही में कहा, “हमें उम्मीद है कि सभी सुविधाएं और बुनियादी ढांचे अच्छी तरह से तैयार किए गए हैं, जो लोगों को उनकी यात्रा में मदद और सेवा प्रदान करेंगे. हम सभी यात्रियों से मौसम की स्थिति के प्रति सतर्क रहने की भी अपील करते हैं.”
मंत्रालय ने सड़क पर जाम को रोकने के लिए उपाय तैयार किए हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां यात्रियों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है, जैसे कि कई टोल सड़कों पर पुलिस के साथ मिलकर यातायात नियंत्रण योजना लागू की जाएगी.
छुट्टियों के दिनों में कुछ दिनों में राष्ट्रीय और टोल सड़कों पर मालवाहक ट्रकों के लिए यात्रा प्रतिबंध भी लागू किए जाएंगे. हालांकि, यह खाद्य, ईंधन और अन्य आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले ट्रकों पर लागू नहीं होगा.
देश के राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख लिस्टियो सिगित प्रबोवो ने हाल ही में संवाददाताओं को बताया कि साल के अंत में छुट्टियों के मौसम के लिए सुरक्षा तैयारियां अब पूरे जोरों पर हैं. पुलिस और सैन्य कर्मियों को पहले से ही हवाई अड्डों, बंदरगाहों और शॉपिंग मॉल जैसे विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है.
क्रिसमस के दौरान, पुलिस देश भर के चर्चों की सुरक्षा करेगी.
–
एससीएच/एकेजे