नई दिल्ली, 17 दिसंबर . कांग्रेस के सहयोगी दल और इंडिया अलायंस के एक महत्वपूर्ण घटक समाजवादी पार्टी (सपा) ने मंगलवार को राज्यसभा में आपातकाल का जिक्र किया. ‘संविधान पर चर्चा’ के दौरान समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को आपातकाल लगाने का खामियाजा चुनावी हार के रूप में भुगतना पड़ा था. उन्होंने आपातकाल हटाने का श्रेय भी इंदिरा गांधी को ही दिया.
उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान नागरिकों के सारे अधिकार छीन लिए गए और इसका दंड भी कांग्रेस को ही भुगतना पड़ा. 1977 के चुनाव में कांग्रेस सारे उत्तर भारत में हार गई थी. इंदिरा जी ने आपातकाल लगाया था, लेकिन, आपातकाल को न हमने हटाया और न आपने हटाया. आपातकाल को हटाया भी इंदिरा जी ने ही था.
सपा सांसद ने कहा कि आज देश में अघोषित आपातकाल है. 1978 में संविधान संशोधन के जरिए जो विकृतियां हुई थी, उन्हें खत्म कर दिया गया. केवल नागरिकों के कर्तव्य और जो हमारी प्रस्तावना में संशोधन हुए थे, उन्हें बरकरार रखा गया है. प्रस्तावना में संशोधन के जरिए सोशलिस्ट और सेकुलर शब्द को जोड़ा गया.
इससे पहले चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के सांसदों ने पूर्ववर्ती सरकारों को संविधान की प्रस्तावना में सोशलिस्ट और सेकुलर शब्द जोड़ने के लिए जिम्मेदार बताया था.
रामगोपाल यादव ने सत्ता पक्ष पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि कुछ लोग यह कहते हैं कि सेकुलर और सोशलिस्ट शब्द कहां से जोड़ दिए गए. इनकी याददाश्त बहुत कमजोर है, जनता पार्टी की सरकार थी, उसी ने यह स्वीकार किया था.
उन्होंने सत्ता पक्ष से कहा कि आपके दो सबसे बड़े नेता उस सरकार में थे. देश के सबसे सम्मानित नेताओं में शामिल अटल बिहारी वाजपेयी विदेश मंत्री थे और लालकृष्ण आडवाणी सूचना एवं प्रसारण मंत्री थे. यह सब उनमें शामिल थे, जिन्होंने इसको रिटेन किया. हमारे देश में खास तौर पर सबसे बड़े राज्य में मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बना दिया गया है. उत्तर प्रदेश के संभल में जिस तरह से लोगों को मारा गया, आर्टिकल-21 में क्या लिखा है.
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जीसीबी/एबीएम