ड्रग रेगुलेशन में भारत का कद बढ़ा : डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी

नई दिल्ली, 16 अक्टूबर . नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने बुधवार को से खास बात करते हुए बताया कि दुनिया भर के ड्रग्स और मेडिसिन के रेगुलेटर इकट्ठा होकर यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज को और बेहतर बनाने की दिशा में बात कर रहे हैं.

से बात करते हुए नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने बताया कि यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज, महामारी और स्वास्थ्य बेहतरी के लिए नई दवाइयों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से रेगुलेट करने की दिशा में बात हो रही है. इसमें भारत की बहुत बड़ी भूमिका है, क्योंकि देश की मेडिकल टेक्नॉलॉजी प्रतिदिन बेहतर होती जा रही है.

ड्रग कंट्रोलर जनरल डीसीजीआई डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी ने को बताया कि 120 देशों से आए मेडिसिन के रेगुलेटर के बीच क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हो रही है. मीटिंग में मेडिकल सेक्टर के दिग्गजों ने भाग लिया. खास बात यह है कि भारत सभी विषयों की चर्चा में भाग ले रहा है. ड्रग रेगुलेशन में एक्टिव प्लेयर के तौर पर भारत का कद बढ़ रहा है. जो भी फीडबैक मिल रहा है उससे हमें बहुत फायदा होने वाला है. जो भी चर्चाएं और सहमति बन रही हैं वो किसी ना किसी तरीके से विश्व के ग्लोबल ड्रग रेगुलेटर पर प्रभाव डालेगा. काफी वैक्सीन पर चर्चाएं चल रही हैं.

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल डॉ. राजीव बहल ने डेंगू के लिए बनाई गई वैक्सीन के बारे में को बताया कि डेंगू के वैक्सीन में आईसीएमआर ने सपोर्ट किया है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ने फेस-3 के फाइनल ट्रायल को मंजूरी दे दी है. अगले दो साल के बीच इसका रिजल्ट आ जाएगा. नतीजे पॉजिटिव आने पर हम वैक्सीन का इस्तेमाल पूरी तरह से कर पाएंगे. यह एक ऐसी वैक्सीन होगी, जो डेंगू के लिए हमने अपने देश में बनाई है.

उन्होंने आगे बताया, “इसी तरह से एक और वैक्सीन पर काम चल रहा है, जो जूनोटिक बीमारी के लिए है. इस वैक्सीन को भी भारत में निर्मित किया गया है, जिसे आईसीएमआर के सहयोग से मिलकर बनाया गया है. इस वैक्सीन के लिए, छोटे जानवरों में किए गए टेस्ट पॉजिटिव आए हैं. अब उसका बड़े जानवरों और फिर ह्यूमन में टेस्ट किया जाएगा. पहले टेस्ट का अप्रूवल भी हमें मिल गया है.”

एससीएच/जीकेटी