![]()
New Delhi, 3 नवंबर . ग्लोबल डीलमेकिंग अनिश्चितता के नए दौर के मुताबिक खुद को ढाल रही है, वहीं दूसरी ओर India का एमएंडए परिदृश्य लगातार मजबूती का प्रदर्शन कर रहा है, जो कि निवेशकों के देश की ग्रोथ फंडामेंटल में निरंतर विश्वास को दर्शाता है. यह जानकारी बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की Monday को आई एक रिपोर्ट में दी गई.
रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष एक मुश्किल शुरुआत के बाद ग्लोबल एमएंडए मार्केट दोबारा से गति पकड़ रहा है. 2025 के पहले 9 महीनों में ग्लोबल डील वैल्यू बीते वर्ष की समान अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बढ़कर 1.9 ट्रिलियन डॉलर दर्ज की गई है. मार्केट में उतार-चढ़ाव के बीच यह रिकवरी एक्सपीरियंस्ड डीलमेकर्स के कुछ सेलेक्टेड ग्रुप के अनुशासित, रणनीतिक बेट के कारण दर्ज की गई.
बीसीजी के मैनेजिंग डायरेक्टर और पार्टनर ध्रुव शाह ने कहा, जहां एक ओर इस वर्ष 2025 में ग्लोबल डील वैल्यू में कुछ रिकवरी दर्ज की गई है, वहीं India महामारी के बाद की रिकवरी के बाद से एवरेज से अधिक ट्रांजैक्शन वॉल्यूम को बनाए रखने में सफल रहा है. ग्लोबल ट्रेंड अधिक डील वैल्यू और कम वॉल्यूम के साथ दिख रहा है, वहीं, India ने डील एक्टिविटी में बढ़त और वैल्यू को लेकर 3 प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज करवाई है, जो सेक्टर्स में एक हेल्दी मार्केट बदलाव को दर्शाता है.”
रिपोर्ट के अनुसार, इंडस्ट्रियल सेक्टर में ट्रांसपोर्ट और इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रांजैक्शन की वजह से बीते वर्ष की तुलना में 77 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं, टेक्नोलॉजी, मीडिया एंड टेलीकम्युनिकेशन ने 10 प्रतिशत, एनर्जी और हेल्थेकेयर ने 20-20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करवाई है. वहीं, दूसरी ओर डील वैल्यू को लेकर मटेरियल में 16 प्रतिशत और कंज्यूमर सेक्टर में 17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई प्रक्रियाओं को नया आकार देने, ड्यू डिजिलेंस को आसान बनाने और ट्रांजैक्शन एफिशिएंसी को बेहतर बनाते हुए डीलमेकर्स के लिए एक महत्वपूर्ण टूल बन रहा है. हालांकि, प्रतिस्पर्धा से जुड़े लाभ इस पर निर्भर करेंगे कि डीलमेकर्स कितनी जल्दी और तेजी से अपने रोजाना के काम में एआई को इंटीग्रेट करते हैं.
–
एसकेटी/