नई दिल्ली, 24 सितंबर, : भारत से मिले खुफिया इनपुट के आधार पर श्रीलंकाई पुलिस ने इजरायली नागिरकों के खिलाफ एक बड़ी साजिश का भंडोफोड़ किया है. श्रीलंकाई पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर इजरायलियों को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहे थे. यह जानकारी बुधवार को यहूदी राष्ट्र की ओर से जारी की गई ट्रेवल वार्निंग के बाद सामने आई.
टाइम्स ऑफ इजरायल ने श्रीलंका के डेली मिरर ने पुलिस सूत्रों का हवाले से बताया कि आतंकवाद जांच प्रभाग ने दो श्रीलंकाई नागरिकों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक इराक में रहता है.
रिपोर्ट के मुताबिक दोनों संदिग्धों के बारे में विस्तृत जानकारी भारत ने प्रदान की थी. गौरतलब है कि 2008 में भारत के नरीमन चबाड हाउस में बंदूकधारियों ने सात लोगों की हत्या कर दी थी. यह पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा चार दिनों तक मुंबई (26/11 अटैक) में किए गए हमलों का हिस्सा था. इन हमलों कुल मिलाकर, 166 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए.
चबाड हाउस, चबाड आंदोलन के हसिडिक यहूदी धर्म के प्रचार-प्रसार का केंद्र है. चबाड हाउस को चबाड शालियाच (दूत) और शालुचा (स्त्री ‘दूत’) द्वारा चलाया जाता है; दोनों अक्सर विवाहित होते हैं. ये शहरों में और कॉलेज परिसरों में या उसके आस-पास स्थित होते हैं.
ये गिरफ्तारियां ऐसे समय में हुईं जब एक दिन पहले ही इजरायल की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने आतंकवाद के खतरे का हवाला देते हुए इजरायलियों से लोकप्रिय पर्यटन क्षेत्र और सर्फिंग रिसॉर्ट को तुरंत छोड़ने की अपील की.
एनएससी ने कहा, “इन क्षेत्रों को छोड़ने वालों को सलाह दी जाती है कि वे देश छोड़ दें या कम से कम राजधानी कोलंबो चले जाएं, जहां स्थानीय सुरक्षा बलों की मौजूदगी काफी ज्यादा है.”
ट्रेवल वार्निंग में कहा गया कि इजरायलियों को देश के बाकी हिस्सों की यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए. उनसे उन चिह्नों को छिपाने को कहा गया जो यह दर्शाते हों कि वे इजरायली हैं. नागरिकों को बड़ी संख्या में इक्ट्ठा होने से बचने को भी कहा गया.
इजरायल ने कहा कि वह श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ निकट संपर्क में है. चेतावनी के मद्देनजर, श्रीलंका ने कहा कि उसने अरुगम खाड़ी में चबाड हाउस यहूदी सामुदायिक केंद्र में सुरक्षा बढ़ा दी.
पुलिस प्रवक्ता निहाल थलदुवा ने कहा, “सूचना यह थी कि इजरायलियों द्वारा संचालित ‘चबाड हाउस’ नामक स्थान को निशाना बनाया जा सकता है. हमने सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं.” उन्होंने कहा कि गश्त बढ़ाने के साथ-साथ सेना और नौसेना के साथ-साथ पुलिस कमांडो को क्षेत्र में तैनात किया गया है.
इजरायल की चेतावनी से पहले, श्रीलंका में अमेरिकी दूतावास ने कहा था कि उसे पूर्वी अरुगाम खाड़ी में ‘लोकप्रिय पर्यटक स्थलों को निशाना बनाकर किए जाने वाले हमले की विश्वसनीय सूचना मिली है.’
रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन और कनाडा ने अपनी वेबसाइटों पर अमेरिकी चेतावनी शेयर की, जबकि रूसी दूतावास ने अपने नागरिकों को द्वीप पर जाते समय भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचने की सलाह दी.
इजरायल ने 7 अक्टूबर के नरसंहार के बाद से बढ़ते यहूदी विरोध, यहूदियों तथा इजरायलियों को निशाना बनाकर संभावित आतंकवादी हमलों की चेतावनी के बीच कई देशों के लिए ट्रेवल वार्निंग जारी की है.
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