नई दिल्ली, 5 सितंबर . देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर और कमर्शियल मार्केट बढ़ने के कारण हॉस्पिटैलिटी इन्वेस्टमेंट मार्केट में भी तेज वृद्धि दर देखने को मिल रही है. यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई.
जेएलएल होटल्स और हॉस्पिटैलिटी ग्रुप की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया कि 2024 में अब तक 93 मिलियन के होटल इन्वेस्टमेंट हुए हैं और इस साल के अंत तक यह आंकड़ा 413 मिलियन डॉलर पहुंचने का अनुमान है. इसमें पिछले वर्ष की तुलना में 22 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है.
इस होटल इन्वेस्टमेंट लेनदेन में 44 प्रतिशत योगदान शीर्ष होटल कंपनियों की ओर से किया गया है. इसके बाद संचालकों का योगदान 30 प्रतिशत और एचएनआई, फैमिली ऑफिस और प्राइवेट होटल मालिकों का योगदान 26 प्रतिशत है.
रिपोर्ट में कहा गया कि इस साल की दूसरी छमाही में सकारात्मक रुझान बरकरार रह सकता है. कुल हॉस्पिटैलिटी इन्वेस्टमेंट मार्केट में मुंबई, हैदराबाद, पुणे और चेन्नई की हिस्सेदारी 78 प्रतिशत होने का अनुमान है. बाकी के 22 प्रतिशत का योगदान टियर 2 और 3 शहरों से आएगा.
जेएलएल की ओर से बताया गया कि 2024 की दूसरी छमाही में उन्होंने दो बड़े हॉस्पिटैलिटी लेनदेन में अहम भूमिका निभाई है. इसमें मुंबई में एक होटल और गोवा में प्रीमियम होटल की जमीन बिक्री शामिल है.
जेएलएल इंडिया के होटल और हॉस्पिटैलिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर जयदीप डंग ने कहा, “ऑपरेशनल संपत्तियों और जमीनों की बिक्री में निवेशकों का बढ़ता हुआ रुझान निवेश परिदृश्य के आकर्षण को दर्शाती है. यह बढ़ते हुए कमर्शियल मार्केट, बढ़ती एयर कनेक्टिविटी और अच्छी व्यापाक आर्थिक स्थिति को दिखाती है.”
इस महीने की शुरुआत में एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार के चलते इस साल की पहली छमाही में उच्च स्तर और प्रीमियम सेगमेंट में 2,706 नए कमरे जोड़े गए थे. इनमें से 994 कमरे (37 प्रतिशत) उच्च स्तर के जबकि शेष (63 प्रतिशत) में प्रीमियम सेगमेंट के थे.
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एबीएस/एबीएम