भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 5.54 अरब डॉलर बढ़कर 692.58 अरब डॉलर हुआ

Mumbai , 21 नवंबर . केंद्रीय बैंक आरबीआई की ओर से Friday को जारी आंकड़ों के अनुसार, India का विदेशी मुद्रा भंडार 14 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 5.54 अरब डॉलर बढ़कर 692.58 अरब डॉलर हो गया.

यह बढ़ोतरी देश के फॉरेक्स में गोल्ड कंपोनेंट की वैल्यू में उछाल के साथ दर्ज की गई है, जो कि 5.34 बिलियन डॉलर से बढ़कर 106.86 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है.

आरबीआई की गोल्ड की वैल्यू ग्लोबल मार्केट में प्राइस मूवमेंट के हिसाब से तय होती है इसलिए यह वृद्धि ग्लोबल गोल्ड की कीमतों में बढ़त को दर्शाती है.

लेटेस्ट डेटा के अनुसार, फॉरेक्स रिजर्व का सबसे बड़ा हिस्सा, फॉरेन करेंसी एसेट्स 152 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी के बाद 562.29 बिलियन डॉलर तक पहुंच गए हैं. वहीं, स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स 56 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी के बाद 18.65 बिलियन डॉलर हो गए हैं. आईएमएफ के पास रिजर्व भी 8 मिलियन डॉलर बढ़कर 4.78 बिलियन डॉलर हो चुका है.

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में India के फॉरेन एक्सचेंज रिज़र्व को लेकर कहा, “फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व11 महीने से अधिक के सामान के आयात और लगभग 96 प्रतिशत एक्सटर्नल डेट को फंड करने के लिए पर्याप्त है.”

उन्होंने कहा, “India का एक्सटर्नल सेक्टर मजबूत बना हुआ है और हमें भरोसा है कि हम अपनी एक्सटर्नल फाइनेसिंग जरूरतों को पूरा कर सकते हैं.”

मार्केट एनालिस्ट बताते हैं कि India के फॉरेन एक्सचेंज रिजर्व में पिछले 10 वर्षों में सोने की हिस्सेदारी लगभग दोगुनी हो गई है. जो कि 7 प्रतिशत से भी कम थी और अब 15 प्रतिशत हो चुकी है, यह केंद्रीय बैंक की लगातार जमा और ग्लोबल बुलियन प्राइस के बढ़ने को दर्शाता है.

सोने की कीमतों की बात करें तो 2025 में पीली धातु की कीमत में 65 प्रतिशत तक का उछाल दर्ज किया जा चुका है. मिडिल ईस्ट में बढ़ती भू-राजनैतिक अनिश्चितताओं और अमेरिकी टैरिफ बढ़ोतरी के बीच सेफ हेवन एसेट को लेकर सोने की मांग बढ़ने से सोने की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है.

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