नई दिल्ली, 14 नवंबर . देश के वस्तुओं का निर्यात अक्टूबर में 17.25 प्रतिशत बढ़कर 39.20 अरब डॉलर हो गया है. पिछले साल की समान अवधि में यह 33.43 अरब डॉलर था. यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को दी.
भारत के निर्यात में ऐसे समय में दोहरे अंक में बढ़ोतरी हुई है, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में धीमापन देखा जा रहा है.
इसमें बढ़त की वजह इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जैविक एवं अजैविक रसायन, चावल और कपड़े का निर्यात बढ़ना था, जो दिखाता है कि देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गतिविधियों में तेजी से इजाफा हो रहा है.
अक्टूबर 2024 के लिए भारत का कुल निर्यात (वस्तुओं और सेवाएं संयुक्त) 73.21 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो अक्टूबर 2023 की तुलना में 19.08 प्रतिशत अधिक है.
अक्टूबर 2024 के लिए कुल आयात (वस्तुओं और सेवाएं संयुक्त) 83.33 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो अक्टूबर 2023 की तुलना में 7.77 प्रतिशत अधिक है.
अप्रैल-अक्टूबर 2024 के दौरान हुए वस्तुओं के निर्यात का संचयी मूल्य 252.28 अरब डॉलर था, जबकि अप्रैल-अक्टूबर 2023 के दौरान यह 244.51 अरब डॉलर था, जो 3.18 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है.
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान वस्तुओं और सेवाओं दोनों का कुल संचयी निर्यात 468.27 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जबकि अप्रैल-अक्टूबर 2023 में यह 436.48 अरब डॉलर था, इसमें सालाना आधार पर 7.28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात अक्टूबर 2023 के 8.08 अरब डॉलर से 39.37 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर 2024 में 11.26 अरब डॉलर हो गया, जबकि इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का निर्यात अक्टूबर 2023 के 2.36 अरब डॉलर से 45.69 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर 2024 में 3.43 अरब डॉलर हो गया.
जैविक एवं अजैविक रसायनों का निर्यात अक्टूबर 2023 के 2.14 अरब डॉलर से 27.35 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर 2024 में 2.72 अरब डॉलर हो गया.
चावल का निर्यात अक्टूबर 2023 में 0.57 अरब डॉलर से 85.79 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर 2024 में 1.05 अरब डॉलर हो गया. कपड़ा निर्यात अक्टूबर 2023 में 0.91 अरब डॉलर से 35.06 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर 2024 में 1.23 अरब डॉलर हो गया.
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एबीएस/एबीएम